खबरों के मुताबिक सरकार फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी पर विभिन्न टैक्स विशेषज्ञों से सलाह ले रही है। बजट को 1 फरवरी 2022 को पेश किया जाना है।
खबरों के मुताबिक सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि क्या क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय को बिजनेस इनकम या कैपिटल गेन्स के तौर पर देखा जा सकता है।
2021 में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हुआ और भारत में भी क्रिप्टो निवेशकों की संख्या में तेज इजाफा देखा गया। यही वजह रही कि सरकार को क्रिप्टो को लेकर गहन विचार-विमर्श करते हुए एक बिल तैयार करना पड़ा। संसद के शीतकालीन सत्र में यह पेश नहीं हो सका।