नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 73 सीटों पर 64.22 प्रतिशत मतदान हुआ जिसे चुनाव आयोग ने ‘अनुकरणीय’ बताया। चुनाव आयोग ने 2012 के विधानसभा चुनाव में इन्हीं सीटों पर हुए मतदान का आंकड़ा सामने नहीं रखा, लेकिन कहा कि आज दर्ज किया गया मतदान प्रतिशत तब राज्य में हुए 58.62 प्रतिशत मतदान से ज्यादा है।
उन्होंने हिंसा की घटनाओं की तरफ संकेत करते हुए कहा कि हालांकि कुछ जगहों पर भीड़ जमा हो गई, समय रहते पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से सुनिश्चित हुआ कि चुनाव संबंधी हिंसा न हो और कोई हताहत न हो। देव ने कहा कि पुलिस ने लोगों को भागने पर मजबूर कर दिया लेकिन चुनाव संबंधी हिंसा, या किसी के हताहत होने की घटना नहीं हुई।
पंद्रह जिलों में हुए चुनाव के दौरान 42 ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन्स) और 52 वीवीपीएटी (वेरिफियेबल पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनें बदलनी पड़ी। अधिकारी ने कहा कि इस तरह के मामले पूर्व के चुनावों की तुलना में कम थे। आयोग के अधीन काम करने वाली प्रवर्तन एजेंसियों ने 9.56 करोड़ रुपए की नकदी, 14 करोड़ रुपए की कीमत की 4.44 लाख लीटर शराब जब्त की ताकि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उनका इस्तेमाल न हो।
एजेंसियों ने 96 लाख रुपए से अधिक कीमत के मादक पदार्थ, 14 करोड़ रुपए का सोना, चांदी बरामद किया। देव ने बताया कि आज के चुनाव में सात जगहों पर लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया जिनमें अधिकारियों ने छ: मामलों में हस्तक्षेप कर उनका हल कर दिया।
इन मामलों में उचित मुआवजा एवं सड़कों का निर्माण प्रमुख मुद्दे थे। जहां कवि नगर (गाजियाबाद), नंगल कोटी (फिरोजाबाद), छोहरी गांव और मजरा (मथुरा) में लोगों को मतदान के लिए मना लिया गया, मथुरा के भरत नगरिया में लोगों ने मतदान नहीं किया। (भाषा)