बुलंदशहर। योगी सरकार की पुलिस मुस्तैद पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर के खुर्जा से अपह्रत 70 वर्षीय व्यापारी राजकुमार रसवंत को खोज निकाला है। अपहृत हार्डवेयर व्यापारी के परिवार में खुशियां लौटी तो वही पुलिस ने राहत की सांस ली है। बदमाश पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। अभी बहुत से ऐसे प्रश्न है जिनका जवाब पुलिस को देना होगा, यदि व्यापारी परिवार से अपहरणकर्ताओं ने कोई पैसा नही मांगा तो अपहरण क्यों हुआ? नाकेबंदी के बीच बदमाश व्यापारी को दूसरे जिले में कैसे ले गए?
हार्डवेयर का बिजनेस करने वाले 70 वर्षीय राजकुमार रसवंत शनिवार को सुबह 5.45 पर एन आर ई सी कालेज में सैर के लिए स्कूटी से निकले थे। नावल्टी रोड पर लगभग छह बजट सुबह वैन सवार बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया और स्कूटी वहीं छोड़ दी। प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा सूचना परिवार को दी गई, परिवार ने घटनास्थल पर पहुंच कर राजकुमार को खोजा, लेकिन कुछ न पता चला। मौके पर पहुंची पुलिस से व्यापारी के बेटे ने पिता के साथ किसी अनहोनी की अशंका व्यक्त करते हुए ढूंढने की गुहार लगाई। पुलिस महकमे में घटना की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया।
पुलिस की आसपास के जिलों में सघन चैकिंग के चलते बदमाशों ने अपने को घिरा पाकर राजकुमार को हापुड़ जिले में छोड़ दिया। पुलिस ने बिजनेसमैन राजकुमार को पुलिस ने सकुशल बरामद करके पूछताछ के बाद परिजनों को सौंप दिया है, राजकुमार को अपने बीच सुरक्षित पाकर परिवार बेहद खुश है, वही पुलिस की भी किरकिरी होने से इज्ज़त भी बच गई है। फिलहाल परिजनों ने मीडिया से दूरी बना रखी है, लेकिन अपहरणकर्ता अभी तक पुलिस के चंगुल में फंस नही पायें है और फरार चल रहे हैं।
बिजनेसमैन राजकुमार के सकुशल बरामद होने पर सब खुश है। लेकिन व्यापारी का अपहरण के पीछे बदमाशों का मोटिव क्या था, यह अभी तक स्पष्ट नही हो पाया है। अभी बहुत से ऐसे प्रश्न है जिनका जबाव पुलिस को देना होगा, यदि व्यापारी परिवार से अपहरणकर्ताओं ने कोई पैसा नही मांगा तो अपहरण क्यों हुआ? किसी आपसी रंजिश के चलते यह घटनाक्रम घटित हुआ? पुलिस के सघन चैकिंग अभियान और नाकेबंदी के बाद बदमाश राजकुमार को दूसरे जिले तक कैसे ले गए?