कानपुर देहात। कानपुर देहात में सरकारी कर्मचारियों की हर एक समस्या का निस्तारण करने के लिए जिलाधिकारी नेहा जैन ने एक नई पहल की शुरुआत की। इस पहल के तहत कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण हो सकेगा और कर्मचारी अपनी समस्या व अपनी बातों को जिलाधिकारी तक पहुंचा सकेंगे।
इसी के चलते मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय में 'कलेक्टोरेट कर्मचारी समाधान दिवस' का पहली बार आयोजन किया गया और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) गरिमा सिंह की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभागार कक्ष में कलेक्टोरेट कर्मचारियों की समस्याएं सुनी गईं और जल्द से जल्द समस्याओं के निस्तारण का भरोसा भी दिया गया।
छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर पहुंचे कर्मचारी : 'कलेक्टोरेट कर्मचारी समाधान दिवस' के मौके पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन गरिमा सिंह से कर्मचारियों ने कलेक्टोरेट परिसर में शुद्ध पेयजल व्यवस्था को लेकर अपनी समस्याएं बताईं और वहीं कलेक्टोरेट के 1 दर्जन से अधिक वरिष्ठ सहायक से प्रधान सहायक बने लिपिक को 2 माह बीतने के बावजूद उनको पदोन्नत संबंधी पटलों की जिम्मेदारी नहीं दी गई।
बैठक में कर्मचारियों के स्थानांतरण मामले में जिन लोगों की समस्या हो तो समस्या सहित प्रार्थना पत्र भी मांगे गए। यही नहीं, शासनादेश के क्रम में काफी समय से एक ही पटल पर तैनात कर्मचारियों को स्थानांतरित करने जीपीएफ, सर्विस बुक को कम्प्लीट करने आदि के मामले में वार्ता की गई।
यही नहीं, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लिपिक संवर्ग में पिछले 3 वर्षों से चल रही पदोन्नत प्रक्रिया को लेकर कर्मचारियों ने अपनी बात रखी जिसमें नए सिरे से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को लिपिक संवर्ग में पदोन्नति के मामले में टीम बनाकर प्रक्रिया कराने के निर्देश दिए गए।
क्या बोले अधिकारी? : अपर जिलाधिकारी प्रशासन गरिमा सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कर्मचारियों की समस्याएं सुनने के लिए एक पहल की शुरुआत की गई है। इस पहल के अंतर्गत प्रत्येक मंगलवार को 'कर्मचारी समाधान दिवस' आयोजित किया जाएगा। इसमें कर्मचारी अपनी समस्याएं रख सकेंगे और जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।