संभल में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बवाल, भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 24 नवंबर 2024 (10:41 IST)
sambhal news in hindi : उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार सुबह मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान विवाद, लोगों ने किया पथराव। पुलिस ने उपद्रवियों पर किया लाठीचार्ज। हालत पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। 
 
पथराव की घटना हुई जब एक सर्वेक्षण टीम मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए शाही जामा मस्जिद पहुंची। पथराव में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। 

पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, घटनास्थल के पास एकत्रित भीड़ में से कुछ उपद्रवी बाहर आए और उन्होंने पुलिस दल पर पथराव किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे। उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों और उन्हें उकसाने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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#WATCH | Uttar Pradesh: Police appeal to locals in Sambhal to stop pelting stones when a survey team reached Shahi Jama Masjid there to conduct a survey of the mosque. pic.twitter.com/40uFxcD99Z

— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 24, 2024 >उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संभल में पथराव की घटना पर कहा कि न्यायालय के आदेश का पालन करवाना ये सरकार और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है। उसका पालन करवाया जाएगा और जो न्यायालय के आदेश के अनुपालन में बाधा डालेंगे उसके खिलाफ कानूनन कार्रवाई होगी।
 
उत्तर प्रदेश में संभल जिले की एक अदालत के आदेश पर मंगलवार को भी जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया। दावा है कि इस मस्जिद का निर्माण हरिहर मंदिर को खंडित करके किया गया है।
 
याचिकाकर्ता अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत ने जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए ‘एडवोकेट कमीशन’ गठित करने के निर्देश दिए। अदालत ने कहा है कि कमीशन के माध्यम से वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी सर्वे कराकर अदालत में रिपोर्ट दाखिल की जाए।
 
उन्होंने कहा कि सम्भल में हरिहर मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। हमारी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां पर दशावतार में से कल्कि अवतार यहां से होना है। वर्ष 1529 में बाबर ने मंदिर को तोड़ कर मस्जिद में बदलने की कोशिश की थी। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित क्षेत्र है। उसमें किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं हो सकता।
edited by : Nrapendra Gupta

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