कौशांबी। उत्तरप्रदेश के बहराइच में भेड़ियों के आतंक के बीच कौशांबी जिले में एक जंगली जानवर के हमले में 3 साल के बच्चे सहित 3 लोगों के घायल होने के बाद बुधवार को ग्रामीणों ने हमलावर जानवर होने के संदेह में एक सियार (jackal) को पीट-पीटकर मार डाला। प्रभागीय वन अधिकारी डॉक्टर आर.एस. यादव ने गुरुवार को बताया कि जिले में करारी थाना क्षेत्र के नेवारी गांव में बुधवार की शाम ग्रामीणों ने एक जंगली जानवर को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मार डाला।
यादव ने कहा कि ग्रामीणों को शक था कि यह वही जानवर है जिसने मंगलवार की शाम नेवारी और पास के गांव खोजवापुर में हमला करके 3 लोगों को घायल किया था। उन्होंने बताया कि मारे गए जानवर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके सियार होने की पुष्टि हुई है। इससे पहले 3 सितंबर को प्रदेश के हमीरपुर जिले में भी ग्रामीणों ने भेड़िया होने के शक में 1 सियार को पीट-पीटकर मार डाला था।
अधिकारी ने बताया कि नेवारी गांव निवासी शिवकरण की पत्नी मंगलवार को अपने 3 वर्षीय बेटे प्रियांशु के साथ खेत में काम कर रही थी तथा पास के खेत में उसी गांव का रामदास (35) भी काम कर रहा था जिन पर एक जंगली जानवर ने हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि जानवर के हमले में प्रियांशु और रामदास घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि पास के गांव खोजवापुर में भी खेत में काम कर रहे शिवबाबू नामक व्यक्ति पर पर भी जंगली जानवर ने हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गया। यादव ने बताया कि सभी घायलों को जिला अस्पताल में उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है और सभी की हालत ठीक है।
उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा नेवारी गांव में आज एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और लोगों का यह भ्रम दूर किया जाएगा कि हमलावर जानवर भेड़िया नहीं, बल्कि सियार है। सियार कौशांबी जिले के लगभग हर हिस्से में पाए जाते हैं। भेड़िया और लकड़बग्घा जिले में यमुना के तराई क्षेत्र में कभी-कभार दिखाई पड़ते हैं। गौरतलब है कि प्रदेश के बहराइच जिले में इन दिनों आदमखोर भेड़ियों का आतंक है। पिछले करीब डेढ़ महीने के दौरान भेड़ियों के हमलों में 7 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो चुकी है और 36 लोग घायल हुए हैं।(भाषा)