जया का कहना है कि अतीक के जेल में बंद होने के बाद उसके काले साम्राज्य को शाइस्ता ही चला रही थी। वह अपने गुर्गों के दम पर पैसों की व्यवस्था करवाती थी। उसका दबदबा अभी भी कायम है, इसलिए डर तो लगता है मगर सरकार पर पूरा भरोसा है कि उन दोनो को भी अंजाम पर पहुंचाया जायेगा।
राजूपाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आभारी है जो समाज में व्याप्त गंदगी को साफ कर रहे हैं जिसके चलते आम आदमी बेखौफ होकर सुकून भरी जिंदगी जी सकता है। धूमनगंज क्षेत्र में उमेश पाल की फरवरी में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उनके साथ 2 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए थे।
जया पाल ने कहा कि मेरे पति की हत्या के साथ ही उनकी सुरक्षा में लगे दो सुरक्षाकर्मियों की भी हत्या हुई। उनका भी परिवार है। उनके भी भाई, बहन और मां को असद, अतीक और अशरफ की मौत से संतुष्टि जरूर मिली होगी।