योगी आदित्‍यनाथ का दावा, हमारी सरकार ने 4 लाख से ज्‍यादा लोगों को दी सरकारी नौकरी

बुधवार, 9 दिसंबर 2020 (23:27 IST)
लखनऊ। उत्‍तरप्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अपनी सरकार के कार्यकाल में 4 लाख से ज्‍यादा लोगों को सरकारी नौकरी देने का दावा करते हुए बुधवार को कहा कि उनकी सरकार युवाओं को रोजगार के ज्‍यादा से ज्‍यादा मौके देने के लिए संकल्‍पबद्ध है।
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राज्‍य सरकार के एक प्रवक्‍ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यहां उत्‍तरप्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के नवचयनित 3,209 नलकूप चालकों को नियुक्ति पत्र वितरण के बाद कहा कि उनकी सरकार ने 4 लाख से अधिक लोगों को राजकीय सेवाओं में रोजगार दिया है तथा उनकी सरकार ने 15 लाख से अधिक लोगों को निजी क्षेत्र में तथा लगभग 1.5 करोड़ लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा है। प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में 1.37 लाख भर्तियां करने के साथ-साथ लगभग 1 लाख सहायक अध्यापकों की भर्ती की है।
 
मुख्‍यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मुहैया कराने के लिए संकल्पबद्ध है। इसके लिए मिशन रोजगार के अंतर्गत विभिन्न विभागों, संस्थाओं एवं निगमों आदि के समन्वित प्रयास से प्रदेश के नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य सरकार ने 4 वर्षों में 4 लाख नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया है जिसकी प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
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उन्‍होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति है कि पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं भेदभावरहित ढंग से विभिन्न पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जाए। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं का चयन एवं पदस्थापन उनकी योग्यता और क्षमता के आधार पर किया जा रहा है जिससे उनकी ऊर्जा और कौशल का प्रदेश के विकास के लिए पूरा उपयोग किया जा सके।
 
योगी ने कहा कि पहली बार नलकूप चालकों की भर्ती में 516 महिलाओं का भी चयन हुआ है। सभी चयनित अभ्यर्थियों को 1 माह का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उन्होंने कुल नवचयनित नलकूप चालकों को चयन एवं पदस्थापन का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
 
मुख्‍यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विभिन्‍न जिलों में चयनित नलकूप चालकों से बात भी की और उनसे पूछा कि चयन और तैनाती प्रक्रिया के दौरान उन्हें किसी प्रकार के लेन-देन, सिफारिश या भेदभाव का सामना तो नहीं करना पड़ा? मुख्यमंत्री को सभी अभ्यर्थियों से 'नहीं' में जवाब मिला। (भाषा)

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