क्या-क्या सवाल खड़े नहीं हो सकते थे...लेकिन आश्चर्यजनक रूप से अश्विनी के सामने ऐसा कोई सवाल नहीं आया। किसी ने यह नहीं कहा कि तुम यह सब क्यों कर रही हो, यह महिलाओं के लिए नहीं है। ना तो किसी मित्र ने ना ही परिवार वालों ने.. सवाल था तो बस यह कि इसमें कैसे खुले कपड़े पहनने पड़ते हैं....