भारत के सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के रास्ते में क्या हैं रोड़े : विश्व कप क्रिकेट

इंग्लैंड में चल रहे मौजूदा विश्व कप क्रिकेट में अफ़ग़ानिस्तान पर बांग्लादेश की जीत और दक्षिण अफ़्रीका पर पाकिस्तान की जीत ने समीकरण को काफ़ी रोचक बना दिया है। अंक के आधार पर टॉप 4 टीमें सेमीफ़ाइनल के लिए क्वालिफ़ाई करेंगी। इस प्रतियोगिता में 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं। सभी टीमों को 9-9 मैच खेलने हैं।
 
मंगलवार को हो रहे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के मैच के नतीजे से पहले अंक तालिका में न्यूज़ीलैंड की टीम 11 अंकों के साथ टॉप पर है। उसकी तरह भारत ने भी एक भी मैच नहीं गंवाया है, लेकिन भारत ने अभी न्यूज़ीलैंड से एक मैच कम खेला है।
 
इस समय टॉप चार टीमें हैं : न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत और इंग्लैंड। माना जा रहा है कि पिछले दो मैचों के नतीजों ने अब समीकरण को काफ़ी रोचक बना दिया है। दक्षिण अफ़्रीका और अफ़ग़ानिस्तान की टीमें सेमीफ़ाइनल की रेस से बाहर हो चुकी हैं। अफ़ग़ानिस्तान की टीम ने अभी तक 7 मैच खेले हैं और सातों मैच वो हार चुकी है, जबकि दक्षिण अफ़्रीका की टीम 7 में से एक मैच ही जीत पाई है।

न्यूज़ीलैंड का सेमीफ़ाइनल में जाना लगभग तय : इस समय प्वाइंट्स टेबल के आधार पर न्यूज़ीलैंड का सेमीफ़ाइनल में पहुंचना लगभग पक्का लग रहा है। 6 मैचों में उसके 11 अंक हैं। उसके 3 मैच अभी बाक़ी हैं। ये हैं- पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के ख़िलाफ़। एक मैच में मिली जीत उसके सेमीफ़ाइनल में पहुंचने का रास्ता पक्का कर देगी।
 
अगर न्यूज़ीलैंड की टीम अपने तीनों मैच हार भी जाती है, तो भी वो सेमीफ़ाइनल में पहुंच सकती है, लेकिन उस स्थिति में ये इस पर निर्भर करेगा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें कैसा प्रदर्शन करती हैं।

भारत भी है मज़बूत दावेदार : भारत ने 5 में से 4 मैच जीते हैं। भारत को वेस्टइंडीज़, इंग्लैंड, बांग्लादेश और श्रीलंका से मैच खेलना बाक़ी है। माना जा रहा है कि 4 में से 2 मैच जीतना भारत के लिए मुश्किल नहीं होना चाहिए, ख़ासकर टीम फ़िलहाल जैसा खेल रही है।
 
लेकिन अगर वो सिर्फ़ एक मैच जीतती है और बाक़ी हार जाती है, तो स्थिति थोड़ी विकट हो सकती है। फिर भारत को दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर करना पड़ सकता है। उस स्थिति में इंग्लैंड अपने तीन मैचों में से सिर्फ़ एक मैच जीते और श्रीलंका अपना दो मैच जीत जाए, तो भारत एक मैच जीतकर भी सेमी फ़ाइनल में जगह बना सकता है।

ऑस्ट्रेलिया का रास्ता : ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ़्रीका से खेलना है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच चल रहा है। एक मैच में जीत सेमीफ़ाइनल में उसकी जगह पक्की कर सकती है। लेकिन अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम अपने सभी मैच हार जाती है, तो उसे भी श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान के प्रदर्शन पर नज़र रखनी होगी।
 
मेज़बान इंग्लैंड का दावा : मेज़बान इंग्लैंड के 6 मैचों में 8 अंक हैं। ऑस्ट्रेलिया, भारत और न्यूज़ीलैंड के साथ उसके मैच होने बाक़ी हैं। अगर इंग्लैंड की टीम अपने सारे मैच हार जाती है, तो वो सेमीफ़ाइनल की रेस से बाहर हो सकती है। और तो और अगर वो 3 में से एक मैच भी जीत जाती है, तो भी उसका सेमीफ़ाइनल में पहुंचना पक्का नहीं है।

रेस में बांग्लादेश : बांग्लादेश के अभी 7 अंक हैं और उसे भारत और पाकिस्तान से खेलना है। अगर बांग्लादेश दोनों मैच जीत जाता है, तो उसके 11 अंक हो जाएंगे और वो सेमीफ़ाइनल में पहुंच सकती है, अगर श्रीलंका अपने सभी मैच हार जाए और इंग्लैंड एक से ज़्यादा मैच न जीते।
 
क्या होगा श्रीलंका का : श्रीलंका के 6 मैचों में 6 अंक हैं। अभी उसे दक्षिण अफ़्रीका, वेस्टइंडीज़ और भारत के ख़िलाफ़ खेलना है। ये मैच आसान नहीं होंगे। अगर श्रीलंका की टीम तीनों मैच जीत जाती है, तो उसके 12 अंक हो जाएंगे। अगर उसके सिर्फ़ 10 अंक हुए, तो उसे इंग्लैंड, बांग्लादेश और पाकिस्तान के मैचों के नतीजों का इंतज़ार करना होगा।

वेस्टइंडीज़ की उम्मीदें : वेस्टइंडीज़ के खाते में सिर्फ़ 3 अंक हैं और उसे अभी भारत, श्रीलंका और अफ़गानिस्तान से मैच खेलना बाकी है। तीनों मैच जीतने के बावजूद उसे भी कई देशों के मैचों के नतीजे पर निर्भर करना पड़ेगा। वेस्टइंडीज़ के लिए समीकरण काफ़ी कठिन नज़र आते हैं।
 
क्‍या पाकिस्तान का सपना होगा पूरा : इस विश्व कप में पाकिस्तान की उम्मीद अभी ख़त्म नहीं हुई है। उसके पास 5 अंक हैं और उसे 3 मैच और खेलने हैं। उसे अब न्यूज़ीलैंड, बांग्लादेश और अफ़गानिस्तान से खेलना बाक़ी है। अगर पाकिस्तान की टीम सभी मैच जीत जाती है, तो उसके 11 अंक हो जाएंगे, लेकिन साथ ही उसे ये भी उम्मीद रहेगी कि इंग्लैंड एक मैच से ज़्यादा न जीते। साथ ही बांग्लादेश और श्रीलंका भी कम से कम एक-एक मैच ज़रूर हार जाएं।

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