अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग पोस्ट में अपनी दिल की बात शेयर करते हुए लिखा, 'ट्रैंक्विल.. ताजगी का सार.. सर्दी का अहसास, हवा की शुद्धता.. और अब शाम 5 बजे के बाद आराम.. मार्ग में काफी विनम्रता और सम्मानित होने की खुशी है। छोटे शहर की सादगी सर्वोच्च राज करती है और साथ ही उनकी उदार मेहमान नवाजी।'
हम कभी भी उनकी सच्चाई और सादगी की बराबारी नहीं कर सकते हैं। रास्ते के उन सभी स्टॉप ओवर्स के लिए धन्यवाद। लगभग 12 घंटे की कार का सफर उन रास्तों से जिसकी मरम्मत जारी है। एक नया वातावरण और उसमें ढलना। मुझे रिटायर हो जाना चाहिए, मेरा दिमाग कहीं और है और उंगलियां कुछ और कर रही हैं। ये भी एक संदेश है।