आयुष्मान ने लिखा, यह सीन मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखता है। मैंने इस फिल्म के लिए अपनी आवाज कमजोर कर दी थी और इस वॉयस ओवर को देते समय मैंने अपने प्री बोर्ड के लिए मैथ्स के एग्जाम के दौरान अपनी स्थिति के बारे में सोचा था क्योंकि मैं हमेशा नंबरों के साथ खराब था।
आयुष्मान ने लिखा, 2015 में मुझे नहीं पता था कि ओपनिंग नंबर और वर्ड ऑफ माउथ इफेक्ट कितने महत्वपूर्ण होते हैं। इस सीन से ठीक पहले मैं क्रू मेंबर्स के साथ लोकेशन पर क्रिकेट खेल रहा था। ऋषिकेश के स्कूल के पीछे की झाड़ियों में गेंद गुम गई थी और मैं अपना फाइनल टच अप भी नही करवा सका था क्योंकि मेरे बाल और मेकअप वाले दोनों बंदे गेंद की तलाश में बिजी थे।