खबरों के मुताबिक कुछ दिन पहले ही चैत्रा ने ऐलान किया था कि वो शादी करने जा रही हैं। कर्नाटक के मांड्या के रहने वाले बिजनेसमैन नागार्जुन के साथ वो सात फेरे लेने जा रही थीं, जब उन्होंने शादी कर ली तो नागार्जुन का परिवार उन्हें बहू के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं था।
चैत्रा का कहना है कि अपने परिवार वालों के दबाव की वजह से नागार्जुन शादी करने से कतरा रहे थे और लंबे वक्त से शादी को टाल भी रहे थे लेकिन चैत्रा के परिवारवालों और कुछ दूसरे लोगों की मदद से उन्होंने शादी कर ली। जिसके बाद चैत्रा को नागार्जुन के परिवारवालों ने स्वीकार करने से माना कर दिया, साथ ही उनको प्रताड़ित करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।