रानी मुखर्जी ने कहा, मुझे लगता है कि ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उस चीज को आवाज दूं, बढ़ावा दूं जो मेरे आस-पास हो रही है। हिचकी भी ऐसी ही एक फिल्म है। फिल्म का पॉजीटिव मैसेज दुनियाभर के ऑडियंस, स्टूडेंट्स, टीचर्स और खासकर टॉरेट सिंड्रोम से लड़ रहे लोगों के बीच फैला है।
गौरतलब है कि फिल्म हिचकी में रानी मुखर्जी ने टॉरेट सिंड्रोम से ग्रसित एक शिक्षक की भूमिका निभाई है, जो कुछ वंचित छात्रों के समूह को शिक्षित करके स्वयं को साबित करना चाहती है। रानी मुखर्जी जल्द ही फिल्म 'मर्दानी 2' में नजर आने वाली हैं।