सोनू सूद ने कहा, कई लोगों ने अपने करीबियों को खो दिया है और कई मामले तो ऐसे हैं जहां 10 या 12 साल के बच्चों ने अपने पैरेंट्स को खो दिया है और उनका भविष्य हमारे समाज की सबसे बड़ी चिंता है। सोनू ने इसके साथ उन लोगों से मदद की गुहार भी लगाई है जो ऐसे बच्चों की मदद करने में सक्षम हैं।
इसके साथ सोनू सूद ने राज्य और केंद्र सरकार से ऐसे बच्चों की एजुकेशन फ्री करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, मैं केंद्र और राज्य सरकार के गुजारिश करता हूं कि ऐसे बच्चें के लिए, वे जहां भी पढ़ना चाहें उन्होंने मुफ्त में इसका लाभ मिलना चाहिए। सभी बच्चे जिनके माता-पिता को कोविड-19 ने उनसे छीन लिया है। ऐसे बच्चों की शिक्षा स्कूल से कॉलेज तक भले ही वे प्राइवेट संस्थानों में पढ़ना चाहते हों, बिल्कुल मुफ्त होनी चाहिए।
बता दें कि सोनू सूद हाल ही में खुद कोरोना से ठीक हुए हैं और लगातार पेनडेमिक के दौरान लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं। पिछले साल सोनू ने सैकड़ों कामकार मजदूरों और जरूरतमंद लोगों को उनके शहरों तक पहुंचाने का काम किया था जिसकी जमकर तारीफ हुई थी। अब भी सोनू अपने फाउंडेशन के जरिए कई लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं।