सितारों से सज्जित फिल्म 'बच्चन पांडे' को फरहाद सामजी ने निर्देशित किया है जो अक्षय के साथ पहले भी एंटरटेनमेंट और हाउसफुल 4 जैसी सफल फिल्म बना चुके हैं। फरहाद सामजी की फिल्म में लॉजिक कम और एंटरटेनमेंट ज्यादा होता है। यही बात 'बच्चन पांडे' में भी नजर आएगी।
बच्चन पांडे की कहानी कुछ इस प्रकार है कि मायरा देवेकर फिल्म डायरेक्टर बनना चाहती है और फिलहाल वह असिस्टेंट डायरेक्टर है। एक दिन उसका अपने डायरेक्टर से झगड़ा हो जाता है। लेकिन फिल्म का प्रोड्यूसर मायरा का साथ देता है। साथ ही वह मायरा को एक टास्क देता है कि वह एक गैंगस्टर बायोपिक बनाए।
मायरा रियल लाइफ गैंगस्टर पर फिल्म बनाने के लिए निकल पड़ती है ताकि एक रियलिस्टिक फिल्म बना सके। वह रिसर्च करती है कि किस गैंगस्टर पर फिल्म बनाई जाए तो बार-बार बागवा के बच्चन पांडे का नाम ही सामने आता है। एक आंख वाला बच्चन पांडे बेहद खूंखार और क्रूर है जिसके चारों ओर अजीबोगरीब किस्म के गुर्गे हैं।
बागवा में मायरा का एक दोस्त है। वह उसकी मदद से बच्चन पांडे से मिलने की कोशिश करती है ताकि उससे बात कर फिल्म की स्क्रिप्ट लिख सके, लेकिन उसकी सारी कोशिश बेकार चली जाती है।
एक दिन मायरा को बच्चन पांडे पकड़ लेता है जिससे मायरा को बच्चन पांडे को नजदीक से जानने का मौका मिलता है। इसके बाद क्या होता है यह रोलर कोस्टर राइड की तरह उतार-चढ़ाव से भरपूर है।