सत्येंद्र उर्फ सत्तु (राजकुमार राव) और आरती (कृति खरबंदा) को अरेंज मैरिज के लिए मिलवाया जाता है। दोनों एक-दूसरे को देखते ही दिल दे बैठते हैं। शादी तय हो जाती है।
शादी की रात एक अप्रत्याशित घटना घटती है जो सत्तु और आरती की जिंदगी को उलट देती है। भारत की सिविल सेवा की पृष्ठभूमि में सेट 'शादी में ज़रूर आना' में सत्येन्द्र और आरती उन चुनौतियों का सामना करते हैं जो भारत के अधिकांश मध्यमवर्गीय युगलों के जीवन में आती हैं।