भारत कोविड महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है और अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, टीका और दवाइयों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
कोविड-19 प्रतिक्रिया पर सुनवाई के दौरान डॉ. फाउची ने संसद की स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम एवं पेंशन समिति के समक्ष कहा कि भारत के वर्तमान गंभीर हालात का कारण यह है कि वहां वास्तव में एक लहर थी और उन्होंने यह गलत आकलन किया कि ये समाप्त हो चुकी है और फिर क्या हुआ? भारत ने समय से पहले ही पाबंदियों में ढील दी। इस समय वहां मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है और हम सब इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि यह बेहद विनाशकारी है।
उल्लेखनीय है कि भारत में कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2,29,92,517 हो गए। अब तक 2,49,992 लोग मारे जा चुके हैं। 37,15,221 एक्टिव मरीज हैं। अब तक 1,90,27,304 लोग संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं।