Ganesh Chaturthi Modak 2025: 27 अगस्त 2025 से गणेश चतुर्थी उत्सव प्रारंभ हो गए हैं जो 06 सितंबर तक चलेंगे। इस दौरान गणेशजी के प्रिय भोग मोदक का नैवेद्य लगाया जाता है। इसे नारियल और गुड़ की फिलिंग के साथ चावल या गेहूं के आटे से बनाया जाता है। परंतु परंपरागत मोदक से हटकर अब गणेशजी को तरह तरह के अनहेल्दी मोदक का भोग लगाया जा रहा है जोकि शास्त्र अनुसार अनुचित है क्योंकि पद्म पुराण के सृष्टि खंड और गणपत्यथर्वशीर्ष में मोदक के महत्व का वर्णन मिलता है। परंतु आजकल परंपरागत मोदक भोग का मजाक बना दिया गया है। बाजार में 60 से अधिक प्रकार के मोदक बिक रहे हैं जो 500 से लेकर 12 हजार रुपए किलो तक के हैं।
कैसे बनता मोदक: मोदक भी कई तरह के बनते हैं। मोदक चावल के आटे, घी, मैदा, मावा, गुड़, सूखे मेवे, नारियल आदि से बनाया जाता है। आटे में खोपरा, गुड़, मेवा आदि भरकर उसे घी में तलकर इसे तैयार किया जाता है। उखड़ी के मोदक : इसमें चावल के आटे से मोदक बनाए जाते हैं जिसके अंदर नारियल और शक्कर के मिश्रण को भरा जाता है और फिर उसे उबालकर बनाया जाता है।
बाजार के मोदक:
1. पारंपरिक मोदक के साथ-साथ इस साल मार्केट में ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, पान और लोटस फ्लेवर के मोदक भी बिक रहे हैं।
3. चाकलेटी मोकद की खपत भी बढ़ गई है।
4. काजू वाले मोदक है, इसे काजू से बनाया जाता है. इसकी प्राइस 800 रुपए किलो है। यह दिखने में ब्राउन रंग का होता है।