नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि गुजरात में उसने मोर्चा जरूर हारा है, लेकिन जंग जीत ली है तथा अहंकार, धनबल, बाहुबल सत्ताबल के आधार पर चुनाव जीतने और कांग्रेसमुक्त भारत का सपना देखने वालों को शिकस्त दी है।
कांग्रेस के गुजरात के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे तथा संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने कहा कि गुजरात चुनाव में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस की नैतिक जीत हुई है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को उनके घर में घुसकर मात दी है।
गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने गुजरात चुनाव में ध्रुवीकरण करने की कोशिश की लेकिन वह नहीं चला, फिर नर्मदा की बात की, लेकिन वह भी नहीं चल पाई। 'सी-प्लेन' को भी उतार दिया लेकिन बात तब भी बनती नजर नहीं आई तो मोदी ने चुनाव जीतने के लिए भावनात्मक तरीका अपनाया और कहा कि वह गुजरात का बेटे हैं और यह चुनाव उनके मान, सम्मान तथा अस्मिता का सवाल बन गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि गुजरात चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस का प्रदर्शन रहा है उसका श्रेय गांधी को जाता है। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान जो पदयात्रांए की और जो माहौल बनाया उसने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की चुनाव प्रचार शैली की याद ताजा कर दी। गांधी के नेतृत्व में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह चुनाव लड़ा और इसमें 'भाजपा भी जीती नहीं है और कांग्रेस भी हारी नहीं है'। (वार्ता)