स्पिरूलिना पानी में पाये जाने वाले एक पौधा है इसे वनस्पती पौधा भी कहते हैं। यह दिखने में शैवाल जैसा दिखता है। इसकी पैदावार झील, खारे पानी और झरने के आसपास मुख्य रूप से होती है। इस पौधे को विटामिन और अन्य जरूरी मिनरल्स का सबसे अच्छा सोर्स कहा जाता है। अब तक की जानकारी के मुताबिक स्पिरूलिना में करीब 60 फीसदी प्रोटीन की मात्रा होती है। इसमें करीब 18 से 20 तरह के जरूरी मिनरल्स भी पाए जाते हैं। आइए जानते हैं कौन से विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं स्पिरूलिना में? और इसके फायदे...
स्पिरूलिना में विटामिन ए, फाइटो न्यूट्रिएंट्स, एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, कैल्शियम और आयरन मुख्य रूप से होता है। लैटिन अमेरिका में इसे भोजन में मुख्य रूप से खाया जाता है। इतना ही नहीं इसे आयुर्वेदिक दवा में भी इसका इस्तेमाल किया जाता हैं। स्पिरूलिना को सुपर फूड कहा जाता है।
3.त्वचा का रखें ख्याल - कई लोगों के शरीर में विटामिन या मिनरल्स की कमी होने पर प्रभाव चेहरे पर दिखता है। स्पिरूलिना पोषण से भरपूर है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी-12, फास्फोरस, विटामिन ई, के और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिससे आपकी त्वचा का रोग लौट आता है। और बेरंग से रंगीन हो जाती है।
4.लिवर को बनाए मजबूत - लिवर कमजोर होने पर कई तरह की समस्या बढ़ जाती है। स्पिरूलिना में सही मात्रा में फाइबर 3 और प्रोटीन होता है। जो आपके लिवर को सही सलामत रखता है। इतना ही नहीं पहले कभी लिवर में हुई खराबी या हेपेटाइटिस रोग से पड़े प्रभाव को भी कम करने में मदद करता है और सिरोसिस के खतरे से भी बचाता है। इसका सेवन करने से लिवर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं।
5. डिप्रेशन कम करने में करेगा मदद - डिप्रेशन का सही उपचार मिलने पर इस बीमारी से बचा जा सकता है। इसमें प्रचुर मात्रा में फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 मौजूद होता है। जिससे आपके शरीर को जरूरी पोषण मिलता है। इसका सेवन करने से दिमाग की रक्त कोशिकाएं खुलती है। और सही तरह से खून का संचार दिमाग में होता है। इसका उपयोग अवसाद को मिटाने में किया जाता है।