एड्स पीड़ितो व परिजनों के लिए साइबर जागरूकता सत्र

इंदौर। ‘विश्वास’ पवित्र आत्मा नन (पवित्र आत्मा सेविका संघ) की परियोजना हैं ने अपने छावनी स्थित परिसर में एचआईवी एड्स पीड़ित पुरुषो-महिलाओं, बच्चों एवं उनके गरीब परिजनों के लिए 'साइबर अपराध जागरूकता' विषय पर एक सत्र का आयोजन किया। सत्र में महिलाएं, पुरुष, बच्चे व संस्था के सदस्यों सहित कुल 90 लोगों ने भाग लिया।
 
सत्र का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराध से संबंधित विषयों पर पुरुषों, महिलाओं व उनके बच्चों को सुरक्षा व समाधान से संबंधित व्याख्यान देना था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्तर साइबर एक्सपर्ट प्रोफेसर गौरव रावल थे। सत्र की शुरुआत संस्था ‘विश्वास’ की निर्देशिका सिस्टर सुषमा ने मुख्य वक्ता का पौधा देकर स्वागत किया।
 
सत्र के प्रारम्भ मे साइबर एक्सपर्ट प्रो. गौरव रावल ने साइबर सुरक्षा से संबंधित छोटे छोटे पहलुओं जैसे अपने फोटो, आधार कार्ड व वोटर आईडी को किसी के साथ साझा न करना, फेसबुक व इन्स्टाग्राम पर किसी का विडियो बनाकर परेशान जैसे विषयों से अवगत कराया।

आगे उन्होंने धारा 66-E व 354-D के बारे में बताया की यदि कोई महिला के बिना इजाजत के आपत्तिजनक स्थिति मे फोटो खींचता है या वीडियो बनाकर कहीं डालता है या अपने दोस्तों को बताता है तो आईटी एक्ट मे इसके लिए तीन साल की सजा का प्रावधान है और चाहे वह आपका स्वयं का पति ही क्यों न हो। उन्होंने अंत में सभी को वी केयर फॉर यू 0731-2522111 व संजीवनी हेल्पलाइन न. 7049108080 को डायल करके रिपोर्ट करने की जानकारी दी। 
 
सत्र का संचालन संस्था ‘विश्वास’ की निर्देशिका इंदौर संस्था के प्रमुख सिस्टर सुषमा के नेतृत्व में मार्टिन द्वारा किया गया।
 

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