एएनयू के एसोसिएट प्रोफेसर जोशेन ब्रोक्स ने कहा कि हमने इन चट्टानों को पीसकर चूर्ण बना दिया और प्राचीन जीवों के अणुओं को इसमें से निकाल लिया। उन्होंने कहा कि शैवाल के उदय ने पृथ्वी के इतिहास में सबसे गहन पारिस्थितिकी क्रांतियों को शुरू किया और इसके बिना इंसान और अन्य प्राणियों का अस्तित्व न होता। (भाषा)