राखिन राज्य में शुक्रवार से एक बार फिर हिंसा तेज हो गई जब उग्रवादियों ने घात लगा कर ताजा हमले किए। हिंसा में 80 उग्रवादियों सहित 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों रोहिंग्या नागरिकों ने समीपवर्ती बांग्लादेश की ओर पलायन किया है। कुछ स्थानीय बौद्यों और हिंदुओं ने अन्य शहरों और मठों में शरण ली है।
लड़ाई के पीछे मौजूद उग्रवादी समूह अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (एआरएसए) ने आज पलटवार करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट @एआरएसए_ऑफिशियल के माध्यम से आरोप लगाया, ‘रोहिंग्या गांवों पर छापा मारने के दौरान बर्मा के क्रूर सैनिकों के साथ राखिन (बौद्ध) चरमपंथियों ने रोहिंग्या गांवों पर हमला किया, रोहिंग्याओं की संपत्ति लूट ली और बाद में रोहिंग्याओं के घरों को जला दिया।’ (भाषा)