आईएसजे की स्थापना में कभी ब्रिटेन ने मदद की थी, उससे बाहर होना दिखाता है कि यूरोपियन यूनियन छोड़ने के फैसले के बाद से आप वैश्विक मंच पर अप्रासंगिक होते जा रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और उभरती अर्थव्यवस्था के तौर पर भारत का प्रभुत्व बढ़ता दिख रहा है।