कुख्यात आतंकवादी सरगना हाफिज मोहम्मद सईद चाहता है कि उसका नाम आतंकवादियों की सूची से कट जाए। 10 महीने की नजरबंदी के बाद अब हाफिज पाकिस्तान की राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाने की ख्वाहिश रखता है। रिहाई के बाद सईद ने कहा था कि भारत उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। कश्मीर को जल्द आजाद करा लिया जाएगा।
लाहौर की लॉ फर्म मिर्जा एंड मिर्जा ने सईद की तरफ से संयुक्त राष्ट्र में पिटीशन दायर कर अपील की है कि हाफिज का नाम आतंकियों की सूची से हटा दिया जाए। पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो में पूर्व प्रॉसिक्यूटर जनरल नवीद रसूल मिर्जा ने पिटीशन लगाने की बात की पुष्टि की है। एक करोड़ के इनामी इस आतंकवादी की रिहाई पर अमेरिका ने भी नाखुशी जाहिर की थी।
मुंबई के 26/11 हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने नजरबंदी के दौरान घोषणा की थी कि वह अपने संगठन जमात उद दावा के माध्यम से राजनीति में उतरना चाहता है। इतना ही कहा तो यह भी जाता है कि उसकी ख्वाहिश पाकिस्तान की सत्ता हथियाना भी है। यह आतंकी सरगना खुद को समाजसेवी बताता है।