Donald Trump administration: अमेरिका में जाने-माने भारतवंशी विशेषज्ञ ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trum) प्रशासन के अंतर्गत अपेक्षाकृत रूप से भारत की स्थिति काफी अच्छी है। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति भारत को समस्या के रूप में नहीं देखते हैं, लेकिन शुल्क और वैध आव्रजन (immigration) के मुद्दे पर बाधाएं आ सकती हैं।
ट्रंप की मांगें क्या हैं? : जयशंकर की पुस्तक 'विश्व शास्त्र' हाल में बाजार में आई है। उन्होंने कहा कि ट्रंप की मांगें क्या हैं? उनका कहना है कि अमेरिकी सहयोगी मुफ्त में बहुत कुछ पा रहे हैं जबकि उन्हें और अधिक करना चाहिए। उन्हें विदेशी सहायता पसंद नहीं है। इसलिए कई मुद्दों पर भारत वास्तव में सीधे-सीधे प्रभावित नहीं होने जा रहा है, क्योंकि वे भारत को एक समस्या के रूप में नहीं देखते हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए मुझे लगता है कि पहले कुछ महीनों में बातचीत मुश्किल होगी, लेकिन उम्मीद है कि जल्द यह एक अच्छी स्थिति में पहुंच जाएगी। 6 महीने या 1 साल के भीतर हम किसी तरह का व्यापक समझौता कर लेंगे, जहां दोनों पक्ष आर्थिक जुड़ाव की शर्तों को समझेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो मानते हैं कि चीन एक प्रतिस्पर्धी बना हुआ है। उनका कहना है कि अमेरिका को वास्तव में अन्य क्षेत्रों, यूरोप और पश्चिम एशिया में अपनी मौजूदगी या तो खत्म कर लेनी चाहिए या फिर कम कर लेनी चाहिए।(भाषा)