संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र में शांति रक्षा अभियानों पर बहस के दौरान पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का जिक्र किए जाने पर भारत ने पड़ोसी देश प झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना की। राज्यसभा सदस्य और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान द्वारा की गईं टिप्पणियों पर जवाब देने के अपने अधिकार को चुना है जिसने एक बार फिर इस प्रतिष्ठित निकाय को अपने एजेंडे से भटकाने का प्रयास किया है।
जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है, और हमेशा रहेगा : उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल किया और मंच पर दृढ़तापूर्वक कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है, और हमेशा रहेगा। भाजपा नेता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हाल में उचित तरीके से लोकतांत्रिक चुनाव हुआ। इसलिए संयुक्त राष्ट्र के इस प्रतिष्ठित मंच का इस्तेमाल इन प्रकार के भ्रामक शब्दों का उल्लेख करने में नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार की ठोस विदेश नीतियों के कारण संभव हो सका है। त्रिवेदी भारत के 12 संसद सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं, जो संयुक्त राष्ट्र में विभिन्न बैठकों के लिए इस विश्व निकाय की यात्रा कर रहा है।
इससे पहले शांति रक्षा अभियानों की व्यापक समीक्षा पर एक बयान देते हुए त्रिवेदी ने कहा कि हालिया संघर्ष अधिक चुनौतीपूर्ण हैं और अब इसमें आतंकवाद तथा सशस्त्र समूह भी शामिल हैं, जो अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए स्थिति का फायदा उठा रहे हैं। भारत, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा अभियानों में सबसे बड़े सैन्य दल के के रूप में शांतिरक्षा प्रयासों में योगदान देने के प्रयास में सबसे आगे है।(भाषा)