इन तथ्यों में प्रत्येक 100,000 जनसंख्या में सड़क पर होने वाली मौत, वाहन की अगली सीटों पर बैठे लोगों के सीट बेल्ट पहनने का प्रतिशत और शराब के सेवन की वजह से होने वाली दुर्घटना से मौत जैसे तथ्यों को शामिल किया गया था। ये आंकड़े विश्व स्वास्थ्य संगठन के ग्लोबल हेल्थ ऑब्जर्वेटरी आंकड़ों पर आधारित है।
वहीं जुतोबी के अध्ययन में सामने आए आंकड़ों को जस्टिस प्रोजेक्ट एस ए (जेपीएसए) ने चुनौती दी है। यह एक गैर सरकारी संगठन है जो दक्षिण अफ्रीका में सड़क यातायात के नियमों में सुधार के प्रति काम करता है। जेपीएसए के अध्यक्ष हॉवर्ड देम्बोवस्की ने कहा कि इस सूची में दुनिया के सबसे खराब देशों में दक्षिण अफ्रीका को शामिल करना सही नहीं होगा। इस अध्ययन के लिए जुतोबी ने पुराने आंकड़ों का इस्तेमाल किया है। (भाषा)