गारदेज। अफगानिस्तान में पुलिसकर्मियों और सैन्य बलों को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती धमाकों और गोलीबारी में करीब 66 लोग मारे गए तथा लगभग 170 अन्य घायल हो गए। इस दौरान पांच आतंकवादी भी मारे गए। इस देश में मुश्किल स्थिति से गुजर रहे सुरक्षाबलों पर यह ताजा भीषण हमला है।
तालिबान ने इन घातक हमलों की जिम्मेदारी ली है। एक हमला पक्तिया प्रांत के गारदेज शहर में मंगलवार को पुलिस को निशाना बनाकर किया गया। गृह मंत्रालय के अनुसार इस हमले में 41 लोग मारे गए और 158 लोग घायल हो गए।
पड़ोसी प्रांत गजनी में भी घात लगाकर किए गए एक अन्य हमले में 25 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई तथा 10 अन्य जख्मी हो गई।
दिसंबर, 2014 में विदेशी सैन्य बलों के लौट जाने के बाद से तालिबान के खिलाफ अफगानिस्तान की सेना और पुलिस अग्रिम मोर्चे पर है। पिछले एक साल में आतंकवादी हमले से उसे बड़ा नुकसान पहुंचा है।
गारदेज के उप स्वास्थ्य निदेशक शिर मोहम्मद कारिमी ने कहा कि अस्पतालों में बहुत भीड़ है और हम लोगों से रक्तदान का आह्वान करते हैं। डॉक्टर और नर्स घायल महिलाओं, बच्चों और पुलिसकर्मियों की देखभाल करने में जुटे हैं। अस्पतालों में हालत यह है कि गलियारे में भी शव पड़े हैं। इस दौरान विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने रक्तदान के लिए पहल की है।
गृह मंत्रालय एवं स्थानीय पुलिस के अनुसार पक्तिया पुलिस मुख्यालय के पास प्रशिक्षण केंद्र के समीप दो आत्मघाती कार बम हमलावरों ने जबर्दस्त विस्फोट किया। उसके बाद बंदूकधारी गोलियां दागने लगे।
पक्तिया गर्वनर कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि हमले में हताहत हुए ज्यादातर नागरिक हैं जो अपना पासपोर्ट और पहचान पत्र लेने के लिए पुलिस मुख्यालय आए थे। अधिकारियों के अनुसार आत्मघाती हमलावरों और सुरक्षाकर्मियों के बीच करीब पांच घंटे तक मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में सभी पांचों आतंकवादी मारे गए। गारदेज में हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने एक ट्वीट के जरिए ली है। (भाषा)