युवा अपने बियर्ड (Beard) को लेकर काफी ट्रेंडी हैं। लड़के हर नया आने वाला ट्रेंड फॉलो करते हैं। पुरुष अपने मूंछो और दाढ़ी का बेहद ख़ास ख्याल रखते हैं। आपको बता दे कि आज वर्ल्ड बियर्ड डे मनाया जा रहा हैं।
यह दिन हर साल के सितंबर महीने के पहले शनिवार को मनाया जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं क्यों मनाया जाता है बियर्ड डे और क्या है इसका इतिहास?
बियर्ड डे का इतिहास?
पुरुषों की दाढ़ी होना उनके मर्दानगी और सुंदरता के साथ कूल होने का प्रतीक माना जाता हैं। वहीं कुछ समुदायों में दाढ़ी को धार्मिक मान्यताएं से भी जोड़ते हैं। जबकि नई जनरेशन के लिए एक फैशन हो गया हैं। साल सितंबर महीने के पहले शनिवार को बियर्ड डे (ढाढ़ी दिवस) मनाया जाता हैं। लेकिन वही कुछ जगहों पर यह दिवस नवंबर में मनाया जाता हैं।
बियर्ड डे का थीम
वर्ल्ड बियर्ड डे भले ही हर साल मनाया जाता हो मगर इसे मनाने के लिए कोई फिक्स्ड थीम नहीं निर्धारित किया गया हैं। इस दिन पुरुषों का मकसद अपनी ढाढ़ी के प्रति प्यार जताना हैं।
बियर्ड डे का महत्व
पिछले कई सालों से वर्ल्ड बियर्ड डे बेहद ही पारम्पारिक तरीके से मनाया जाता हैं। आपको बता दें कि इस दिन स्पेन के दक्षिण में ढाढ़ी वाले और बिना ढाढ़ी वालों के बीच बॉक्सिंग मैच होता हैं। स्वीडन में बिना ढाढ़ी वाले लोगों को शहर से बाहर कर दिया जाता हैं। हालांकि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य यही होता है की इसके जरिये लोगों में प्रोस्ट्रेट कैंसर के बारें में जागरूकता फैला सकें।