तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस के हाथ लगी 16.8 करोड़ नागरिकों का डाटा चोरी व बिक्र‍ी करने वाली गैंग

Webdunia
सोमवार, 27 मार्च 2023 (19:39 IST)
तेलंगाना। तेलंगाना के साइबराबाद पुलिस कमिश्नर स्टेफेन रवीन्द्र ने जानकारी दी एक 6 लोगों की गैंग ने सरकार एवं महत्वपूर्ण संस्थानों के साथ-साथ 16.8 करोड़ भारतीय नागरिकों के संवेदनशील एवं गुप्त डाटा की विविध ऑनलाइन वेबसाइट्स से चोरी कर साइबर फ्रॉड करने वालों को बेचा। इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर‍ लिया गया है।
 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपियों द्वारा नागरिकों के मोबाइल नंबर, NEET विद्यार्थियों, 12 लाख (CBSE) कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों, 40 लाख जॉब ढूंढने वाले, HSBC और Axis बैंक के साथ-साथ अन्य बैंकों के अकाउंट होल्डर्स की क्रेडिट व डेबिट कार्ड डिटेल्स, PAN कार्ड डेटाबेस, 11 लाख सरकारी कर्मचारियों के D-MAT अकाउंट, 7 लाख स्टॉक ट्रेडर्स आदि के संवेदनशील व गुप्त जानकारियों को ऑनलाइन बेचा गया। इतना ही नहीं, 1.2 करोड़ व्हॉट्सएप एवं 17 लाख फेसबुक यूजर्स का डाटाबेस भी उपलब्ध है।
 
पुलिस को इस स्केम के बारे में तब पता चला, जब वे 3 दूसरे क्रिमिनल केसेस की जांच कर रही थी। इसके बाद इस मामले की जांच के लिए साइबराबाद कमिश्नर द्वारा एक स्पेशल टीम का गठन किया गया। जांच में पाया गया कि डाटा को JustDial व समान प्लेटफॉर्म्स के जरिए बेचा जा रहा था।
 
जब भी कोई व्यक्ति या बिजनेस JustDial पर जानकारी हासिल करने के लिए बेबसाइट का उपयोग करता है, तब उनकी क्वेरी की सूची बनाकर सर्विस प्रोवाइडर्स को भेजी जाती है। इसके बाद फ्रॉड करने वाले अपने क्लाइंट्स को सैम्पल भेजते हैं। पूरा डेटा तब दिया जाता, जब क्लाइंट पूरा पेमेंट कर देता है। एक अफसर के बयान के मुताबिक 50,000 नागरिकों का डेटा 2,000 या 3,000 रुपए में उपलब्ध है। यह धंधा चलाने वाली कंपनियों की हर महीने कमाई 2 लाख रुपए होती है।
 
हम खुद को इस बढ़ते साइबर क्राइम का शिकार होने से बचा सकते हैं, जैसे-
 
1. स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आप कोई भी पासवर्ड बनाते वक्त कम से कम 10 लेटर्स, नंबर व सिम्बल का उपयोग कर एक जटिल पासवर्ड बनाएं।
 
2. हमेशा अपना सॉफ्टवेयर अपडेटेड रखें। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले हमेशा आपके सॉफ्टवेयर की कमियों पर नजर बनाए बैठे होते हैं।
 
3. अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपनी पर्सनल इन्फॉर्मेशन को सार्वजनिक तौर पर शेयर नहीं करना चाहिए। छोटी से छोटी चीजों से साइबर फ्रॉड करने वालों को सिक्योरिटी ब्रेक करने के क्लू मिल जाते हैं।
 
4. जहां तक हो सके, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, होटल या कैफे जैसे स्थानों पर मौजूद पब्लिक wifi नेटवर्क इस्तेमाल करते समय VPN का इस्तेमाल करना न भूलें।
 
5. इंटरनेट के इस युग में अपने बच्चों को भी इंटरनेट के सेफ उपयोग के बारे में जानकारी देकर उन्हें भी सतर्क रखें।
 
साइबर क्राइम को रिपोर्ट करने के लिए नेशनल हेल्पलाइन नंबर है- 1930, मध्यप्रदेश का साइबर हेल्पलाइन नंबर है- 0755-2770248 एवं नेशनल महिला हेल्पलाइन नंबर है- 181
 
Edited by: Ravindra Gupta

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