कंपनी के अनुसार, यह सेवा आने वाले सप्ताह में एंड्रॉयड-5 और उसके बाद के संस्करणों में उपलब्ध होगी। यह प्रणाली एंड्रॉयड स्मार्टफोन में मौजूद छोटे एक्सेलेरोमीटर की मदद लेती है जो मिनी सीस्मोमीटर (भूकम्पमापी) के रूप में काम कर सकता है। Edited by : Sudhir Sharma