इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने चीन को बड़ा झटका देते हुए टिकटॉक ऐप (TikTok App) पर एक बार फिर बैन कर दिया है। आपत्तिजनक कंटेंट देने के आरोप में पाकिस्तान ने बुधवार को टिकटॉक ऐप को बैन कर दिया गया है।
पाकिस्तान की एक अदालत के आदेश के बाद इससे पहले इसी महीने 2 दिन के लिए इस ऐप को बैन किया गया था। कई वकील देश में सरकारी सेंसरशिप और पाकिस्तान की इंटरनेट और मीडिया पर कंट्रोल को लेकर समय-समय पर आलोचना करते रहते हैं।
चाइनीज ऐप टिकटॉक को बैन करने को लेकर देश की अथॉरिटी का कहना है कि 'यह एक्शन इसलिए लिया गया क्योंकि टिकटॉक पर लगातार आपत्तिनजक सामग्रियां अपलोड की जा रही थीं और शिकायत के बावजूद भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा था। इस बैन को लेकर टिकटॉक के जनप्रतिनिधि की तरफ से कुछ भी बयान नहीं आया है।
पाकिस्तान ने चीन की इस ऐप पर देश में हाल के महीनों में चौथी बार रोक लगाई गई है। टेलीकॉम नियामक पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन प्राधिकरण (पीटीए) ने ट्वीट करके कहा कि इलेक्ट्रॉनिक अपराध रोकथाम कानून, 2016 के संबंधित प्रावधानों के आलोक में पीटीए ने देश में टिकटॉक ऐप और इसकी वेबसाइट पर रोक लगा दी है।
इसमें कहा गया कि इस मंच पर अनुचित सामग्री लगातार मिल रही है और इस प्रकार की सामग्री को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे जिसके कारण यह कार्रवाई करनी पड़ी। इससे पहले दो जुलाई को सिंध उच्च न्यायालय ने देश में अनैतिकता फैलाने के कारण टिकटॉक पर पाबंदी लगाने के अपने पहले के फैसले को वापस ले लिया था। अदालत ने 28 जून को पीटीए से एक नागरिक की शिकायत पर टिकटॉक को निलंबित करने को कहा था।
इससे पहले, मार्च में पेशावर उच्च न्यायालय ने कई नागरिकों की याचिका पर इस ऐप को निलंबित कर दिया था। हालांकि कुछ हफ्तों बाद पाबंदी हटाते हुए अदालत ने पीटीए से कहा था कि वह ऐसे कदम उठाए जिनके चलते कोई अनैतिक सामग्री अपलोड न की जा सके। पीटीए ने पिछले वर्ष अक्टूबर में टिकटॉक पर पहली बार पाबंदी लगाई थी। ऐप के खिलाफ अश्लील एवं अनैतिक सामग्री दिखाने का आरोप था। लेकिन यह पाबंदी भी दस दिन के बाद हटा ली गई थी।
पीटीए के प्रवक्ता खुर्रम मेहरान ने जियो न्यूज को बताया कि ऐप को ऑनलाइन पोस्ट की जाने वाली अनुचित सामग्री के बारे में कई बार कहा गया लेकिन उसकी ओर से इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया गया।
दिलचस्प बात यह है कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सकारात्मकता और प्रेरणा के बारे में संदेश देने के लिए 16 जुलाई को टिकटॉक का ही इस्तेमाल किया था। डॉन अखबार की खबर के मुताबिक पिछले महीने ऐप की ओर से कहा गया था कि तीन महीनों में उसने पाकिस्तान में टिकटॉक से 60 लाख से अधिक वीडियो हटाए हैं।