पुराना स्मार्टफोन या लैपटॉप बेचने के बाद कितना खतरा, क्या हैकर्स के हाथ लग सकता है डेटा, कैसे बचें

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

बुधवार, 9 अप्रैल 2025 (16:43 IST)
आप अपना पुराना लैपटॉप या फोन बेचने वाले हैं और इसलिए आप अपनी सभी तस्वीरें और निजी फाइल डिलीट कर रहे हैं। ऐसा भी हो सकता है कि आप अपने उपकरण के ‘फैक्टरी रीसेट’ विकल्प का भी इस्तेमाल करें। आपको शायद लगता होगा कि ऐसा करने से आपका संवेदनशील डेटा अब सुरक्षित है, लेकिन अभी और भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है क्योंकि ‘फैक्टरी रीसेट’ के बाद भी हैकर्स पासवर्ड, दस्तावेज या बैंक विवरण प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं।
 
वास्तव में, उपयोग किए हुए 90 प्रतिशत लैपटॉप, हार्ड ड्राइव और मेमोरी कार्ड में अभी भी पुन: प्राप्त करने योग्य डेटा मौजूद रहता है। यह दर्शाता है कि कई विक्रेता बिक्री या निपटान से पहले अपने डिजिटल उपकरण का डेटा ठीक से मिटाने में विफल रहते हैं। लेकिन, कुछ सरल कदम हैं जिन्हें अपनाकर आप उपकरण की बिक्री या निपटान करने के दौरान अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं।
 
डेटा सुरक्षा जोखिम : निपटान किए गए या बेचे गए पुराने डिजिटल उपकरणों में अक्सर संवेदनशील व्यक्तिगत और कॉरपोरेट जानकारी होती है। केवल फाइलें डिलीट करना या ‘फैक्टरी रीसेट’ करना पर्याप्त नहीं हो सकता। विशेष उपकरणों का उपयोग करके अक्सर डेटा को आसानी से पुन: प्राप्त किया जा सकता है। इस अनदेखी के कारण डेटा लीक की चिंताजनक घटनाएं हुई हैं।
ALSO READ: Motorola Edge 60 Fusion : दमदार बैटरी और परफॉर्मेंस के साथ आया मोटोरोला का सस्ता स्मार्टफोन
उदाहरण के लिए, ‘ईबे’ पर बेचे जाने वाले पुराने उपकरणों में से 42 प्रतिशत में संवेदनशील डेटा मौजूद रहता है, भले ही विक्रेता डेटा मिटाने के विभिन्न तरीके अपनाते हों। ऐसे डेटा में पासपोर्ट की तस्वीर, स्कूल रिकॉर्ड और कॉरपोरेट दस्तावेज शामिल होते हैं।
 
वर्ष 2022 के एक अध्ययन में पाया गया कि इंटरनेट से जुड़े उपकरणों का डेटा सही तरीके से नहीं मिटाने के कारण निजी डेटा उसमें बरकरार रहता है, जिससे उनका गलत इस्तेमाल होने की आशंका बढ़ जाती है।
 
इसमें पाया गया कि घाना को निर्यात किए गए यूरोपीय ई-कचरे में वर्गीकृत कारपोरेट और सरकारी फाइलें भी शामिल थीं, जिससे व्यक्तिगत पहचान के डेटा के जोखिम से परे सुरक्षा खतरा भी हो सकता था।
 
अमेरिका में एक प्रमुख वायरलेस सेवा प्रदाता सुरक्षित रूप से ‘स्टोरेज डिवाइस’ का निपटान करने में विफल रहा। इसके परिणामस्वरूप डेटा चोरी हुआ और इससे 1.4 करोड़ ग्राहक प्रभावित हुए। इसी तरह, 2021 में अनुचित तरीके से निपटाए गए मेडिकल हार्ड ड्राइव से 1,00,000 से अधिक रोगियों के गोपनीय रिकॉर्ड उजागर हो गए। 
 
मानक ‘फैक्टरी रीसेट’ पर्याप्त क्यों नहीं हैं : बहुत से लोग मानते हैं कि ‘फैक्टरी रीसेट’ करने से उनका डेटा पूरी तरह से मिट जाता है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता।
 
उपयोग के बाद बेचे गए मोबाइल के विश्लेषण से पता चला है कि 35 प्रतिशत उपकरणों में डिलीट और रीसेट के बाद भी पुन: प्राप्त करने योग्य डेटा मौजूद था। यह पूरी तरह से ‘फैक्टरी रीसेट’ पर निर्भर रहने के जोखिमों की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
 
सुरक्षित निपटान के लिए सर्वोत्तम तरीके : व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को डिजिटल उपकरण बेचने या निपटान करने से पहले अपनी हार्ड ड्राइव का डेटा सुरक्षित रूप से मिटाने के लिए ‘डेटा-वाइपिंग सॉफ्टवेयर’ का उपयोग करना चाहिए।
 
एंड्रॉयड फोन पर, ‘श्रेडइट’ जैसे ऐप सुरक्षित तरीके से डेटा मिटाने का विकल्प प्रदान करते हैं। आईफोन पहले से ही डेटा को ‘एन्क्रिप्ट’ करता है, जिससे जानकारी मिटाने के लिए पूर्ण रीसेट सबसे प्रभावी तरीका बन जाता है।
 
ग्राहक डेटा, वित्तीय रिकॉर्ड या बौद्धिक संपदा को संभालने वाले व्यवसायों को डेटा सुरक्षा विनियमों का पालन करना चाहिए। वे प्रमाणित ‘डेटा-वाइपिंग टूल’ का उपयोग कर सकते हैं जो इस क्षेत्र से जुड़े अमेरिकी संस्थानों के दिशानिर्देशों का अनुपालन करते हैं। ये दिशा-निर्देश विश्व स्तर पर स्वीकार्य हैं। (द कन्वरसेशन)  भाषा Edited by: Sudhir Sharma

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी