एक ब्राह्मण के घर में एक नेवला पाला हुआ था, जो बहुत वफादार था। एक दिन ब्राह्मण की पत्नी अपने बच्चे को अकेला छोड़कर पानी लेने गई। तभी एक सांप ने बच्चे पर हमला किया।
नेवले ने सांप को मार डाला, लेकिन जब ब्राह्मणी वापस आई, तो उसने नेवले के मुंह पर खून देखा और बिना सोचे-समझे उसे मार डाला। बाद में जब उसने मरे हुए सांप को देखा, तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।