अंतरिक्ष यात्रियों ने खोजा ‘सुपर अर्थ’ ग्रह

FILE

अंतरिक्ष यात्रियों ने पास ही के एक तारे के समीप एक ऐसा नया ‘सुपर अर्थ’ ग्रह खोजा है, जिसका वातावरण पृथ्वी जैसा हो सकता है और वहां पर जीवन की संभावना हो सकती है।

यह नया ग्रह पास के ही एक तारे के पास है। ग्रहों के इस मंडल में कुल छह ग्रह हैं। पहले माना जाता था कि इस मंडल में तीन ही ग्रह हैं और वे भी तारे के बहुत समीप हैं।

‘एस्ट्रोबायोलॉजी डॉट कॉम’ की खबर के अनुसार, तारकीय प्रकाश से आने वाले गलत संकेतो को हटाते हुए शोधकर्ताओं ने कक्षा में तीन नए सुपर अर्थ ग्रहों की पहचान की है।

FILE
हेर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय के मिक्को तुओमी ने कहा, ‘हमने नई तकनीकों की मदद से नए आंकड़ों का विश्लेषण शुरू किया। इन तकनीकों में तरंगदैध्र्य का इस्तेमाल एक फिल्टर की तरह किया गया ताकि तारे से आने वाले अन्य सिग्नलों के प्रभाव को कम किया जा सके।’

तुओमी ने कहा, इससे हमें यह पहचानने में मदद मिली कि एचडी 40307 नामक इस तारे के इर्द-गिर्द तीन नए सुपर अर्थ ग्रह हैं। इस तरह इसके आसपास कुल छह ग्रह हैं। इन नए ग्रहों में से सबसे रूचिकर बात यह है कि कक्षा के सबसे अंतिम तारे का द्रव्यमान पृथ्वी से लगभग सात गुना है।

तारे से इस ग्रह की दूरी पृथ्वी की कक्षा की सूर्य से दूरी के बराबर है इसलिए यह इस तारे से उतनी ही ऊर्जा प्राप्त करता है जितनी कि सूर्य से पृथ्वी को मिलती है। इसलिए इस ग्रह पर जीवन की संभावना बढ़ जाती है।

यह एक ऐसी जगह है जहां पर जीवन के लिए जरूरी द्रवीय जल और स्थायी पर्यावरण की उपस्थिति संभव है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह ग्रह अपनी धुरी पर घूमता हुआ तारे के चारों ओर भी घूमता है। इस तरह से यह दिन और रात का प्रभाव भी ला सकता है। इस तरह यह पृथ्वी जैसा पर्यावरण बनाने में काफी बेहतर होगा।

गोटिनजेन विश्वविद्यालय के गुइलेम एंग्लाडा एस्क्यूड ने कहा, ‘एचडी 40307 नामक यह तारा एक काफी पुराना छोटा तारा है इसलिए ऐसा कोई कारण नहीं है कि इस पर पृथ्वी जैसा पर्यावरण न हो।’

हेर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय के हुग जोन्स ने कहा, ‘नए ग्रह के लंबे कक्षक का अर्थ है कि इसका पर्यावरण और जलवायु जीवन को सहयोग करने वाले हो सकते हैं।’ (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें