मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। दसवें घर में मंगल है तो उसे उच्च का माना जाएगा और चौथे घर में है तो नीच का माना जाएगा। लेकिन यहां दसवें घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : दसवें खाने का मंगल 'चीता' माना गया है। यदि उच्च का है तो खानदान को तार देगा। जायजाद, मकान और वाहन का मालिक रहेंगा लेकिन 'नगद नारायण' की शर्त नहीं। व्यापार में अव्वल रहेगा। यहां स्थित मंगल संतान के दृष्टिकोण से ठीक नहीं होता है। मकैनिकल इंजीनिअर, इलेक्ट्रानिक इंजीनिअर, हथियारों से जुड़े कार्य, सेना आदि में आपकी रुचि है तो यह मंगल आपकी मदद करेगा।
पांच सावधानियां
1. शराब ना पीएं।
2. जमीन जायदाद और सोना-चांदी कभी ना बेचें।
3. दूध कभी उबलकर ना गिरे।
4. काले जादू या बेकार तंत्र-मंत्र के चक्कर में न पड़े।
5. जुआ, सट्ठा खेलना और ब्याज का काम ना करें।
ये पांच कार्य करें
1. संतानहीन लोगों की मदद करें।
2. हिरण को चारा खिलाएं।
3. छाया दान करें।
4. काने और निःसंतान व्यक्तियों की मदद करें।
5. नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें और हनुमानजी को सिन्दुर चढ़ाएं।