हैदराबाद। विश्व कप टीम से नजरअंदाज किए जाने के बाद अचानक ही पिछले महीने क्रिकेट के सभी प्रारुप से संन्यास की घोषणा करने वाले भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने अपना फैसला वापस लेने के बाद सफाई देते हुए कहा है कि संन्यास का निर्णय वापस लेने का मतलब यू-टर्न लेना नहीं है।
रायुडू ने यू-टर्न के मुद्दे पर कहा, मैंने कनाडा और अन्य देशों में ट्वंटी-20 लीग में खेलने के लुभावने प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। मैंने अपने प्रशंसकों के लिए संन्यास का फैसला वापस लिया है। इसका मतलब यू-टर्न लेना नहीं है। मुझे भरोसा है कि मेरे अंदर अभी काफी क्रिकेट बाकी है। मेरे लिए पहली प्राथमिकता हैदराबाद के लिए बेहतर बल्लेबाजी कर ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की है। ALSO READ: 'क्रिकेट के संत' डॉन ब्रैडमैन भी हॉकी के जादूगर दादा ध्यानचंद के कायल थे
उल्लेखनीय है कि रायुडू का नाम विश्व कप टीम में अतिरिक्त खिलाड़ी के तौर पर शामिल किया गया था लेकिन शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने के बावजूद उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई थी और उनकी जगह ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया था जिसके बाद उन्होंने निराश होकर क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया था।
रायुडू ने विश्व कप टीम में नजरअंदाज किए जाने पर निराशा जताई थी। उन्होंने कहा, मैंने विश्व कप के लिए काफी मेहनत की थी। मैंने विश्व कप के लिए टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया था। मैं नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने के लिए पूरी तरह फिट था लेकिन मेरा टीम में चयन ना होना मेरे लिए अचंभित करने वाला फैसला था। मेरी इस बारे में टीम के किसी सदस्य से भी बात नहीं हुई थी।