मेलबर्न: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने बुधवार को पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट ऑलराउंडर ऐंड्रयू मैक्डॉनल्ड को ऑस्ट्रेलिया पुरुष क्रिकेट टीम का फुल टाइम मुख्य कोच और चयनकर्ता नियुक्त किया। उनका अनुबंध चार साल का होगा।
अगर उनके करियर की बात की जाए तो उन्होंने अपने करियर में एक भी वनडे नहीं खेला है और टेस्ट मैच भी सिर्फ 4 खेले हैं जिसमें उन्होंने 21 की औसत से 107 रन बनाए हैं। 2009 में शुरु हुए अपने छोटे से करियर में उन्होंने सिर्फ 1 अर्धशतक बनाया है और 68 रन उनका सर्वाधिक स्कोर रहा है। हालांकि गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने इतने ही टेस्ट में 9 विकेट निकाले हैं।
मैक्डॉनल्ड उसी भूमिका में दिखेंगे, जिसमें अब तक जस्टिन लैंगर थे। लैंगर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ मनमुटाव के बाद फरवरी में इस पद से इस्तीफा दिया था, तब उन्हें छह महीने का अनुबंध विस्तार दिया जा रहा था। 2019 से सीनियर सहायक कोच और गेंदबाजी मेंटॉर रहे मैक्डॉनल्ड पाकिस्तान के दौरे पर ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम कोच थे। उनकी कोचिंग में पैट कमिंस के नेतृत्व वाली टीम ने टेस्ट सीरीज में अच्छा खेल दिखाते हुए 1-0 से सीरीज जीत थी, हालांकि टीम वनडे सीरीज 1-2 से हार गई थी, लेकिन फिर एकमात्र टी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया विजयी रहा था।
मैक्डॉनल्ड ने लैंगर के कार्यकाल में कई बार उन्हें विश्राम के दौरान टीम की कमान संभाली थी। भारत में 2020 में एक वनडे सीरीज़, 2021 में न्यूज़ीलैंड में पांच टी20 के दौरे और इस साल घर पर श्रीलंका के विरुद्ध टी20 श्रृंखला के दौरान मैक्डॉनल्ड ने ही कोच की भूमिका निभाई थी।
सीए ने लैंगर के हटने के बाद कई उम्मीदवारों से बात की थी जिनमें पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग, पूर्व इंग्लैंड कोच ट्रेवर बेलिस और वर्तमान महिला टीम के कोच मैथ्यू मॉट शामिल थे। सीए के एक पदाधिकारी के अनुसार मैक्डॉनल्ड की अभी की टीम के खिलाड़ियों के बीच लोकप्रियता और टीम के हालिया परफ़ॉर्मेंस के चलते उनसे बेहतर विकल्प उनके पास नहीं था।
उल्लेखनीय है कि मैक्डॉनल्ड ने अपने कोचिंग करियर में विक्टोरिया और मेलबोर्न रेनगेड्स के साथ बड़े कीर्तिमान हासिल किए हैं। 2018-19 सीजन में उनकी टीमों ने शेफील्ड शील्ड, मार्श कप और बीबीएल (बिग बैश लीग) तीनों खिताब जीते थे। वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के भी मुख्य कोच रह चुके हैं और द हंड्रेड के पहले सीजन में उन्हें बर्मिंघम फीनिक्स ने भी इस पद के लिए चुना था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम के कार्यक्रम के चलते वह इसका हिस्सा नहीं बन पाए।
ऑस्ट्रेलिया के सामने अगले कुछ महीनों में काफी क्रिकेट है, जिसमें श्रीलंका का टेस्ट दौरा, अपनी सरजमीन पर आईसीसी टी-20 विश्व कप, वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज, भारत में टेस्ट सीरीज, संभावित विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल, इंग्लैंड में एशेज सीरीज और फिर वनडे विश्व कप शामिल है। ऐसे में मैक्डॉनल्ड सपोर्ट स्टाफ को नियमित तौर पर आराम भी देना चाहेंगे, जिससे सहायक कोचों को भी उनकी जगह लेने का मौका मिलता रहेगा।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सलाहकारों की भी मदद ली है, जैसे पाकिस्तान दौरे पर वनडे सीरीज में गेंदबाजी कोच श्रीधरन श्रीराम की जगह डेनियल वेटोरी ने ली थी। मैक्डॉनल्ड के सहायक कोच माइकल डिवेनुटो (बल्लेबाजी कोच), जेफ वॉन (फील्डिंग कोच) और श्रीराम (गेंदबाजी कोच) हैं, जिन्हें लैंगर के कार्यकाल में नियुक्त किया गया था। मैक्डॉनल्ड जॉर्ज बेली और टोनी डोडीमेड के साथ चयन समिति में भी शामिल होंगे।