दुबई: भारत और पाकिस्तान के साथ उपमहाद्वीप की शीर्ष टीमें शनिवार से शुरू होने वाले एशिया कप के लिए जब मैदान में उतरेंगी तो उनका लक्ष्य इस खिताब को जीतने के साथ इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए अपनी तैयारियों को और पुख्ता करना होगा।
आगामी टी20 विश्व कप के कारण छह साल के बाद इस टूर्नामेंट को भी खेल के अपने सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में खेला जायेगा जहां कोई भी टीम किसी भी टीम मात देने का माद्दा रखती है।
क्वालीफायर हांगकांग के अलावा टूर्नामेंट में भाग ले रही सात बार की चैम्पियन भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश की टीमें अपने दिन किसी को भी हरा सकती है।
मेजबान श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट के कारण टूर्नामेंट का आयोजन यूएई में करना पड़ा।
अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले विश्व कप की तुलना में यूएई की परिस्थितियां काफी अलग होगी लेकिन सभी टीमें अगले दो हफ्तों के दौरान आईसीसी की प्रतियोगिता के लिए अपनी टीम को अंतिम रूप देना चाहेंगे।
भारतीय टीम रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ दबाव वाले अपने शुरूआती मैच में उस आक्रामक खेल को जारी रखना चाहेगी, जिससे टीम को नये कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में पिछले कुछ मैचों में सफलता मिली है।
इस हाई-प्रोफाइल मुकाबले में सभी की निगाहें विराट कोहली पर होंगी, जो लंबे समय से लय में आने की कोशिश कर रहे है। विश्राम के बाद वापसी कर रहे विराट कोहली अलावा बल्लेबाजी के शीर्ष तीन क्रम में कप्तान रोहित शर्मा और लोकेश राहुल पर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी। टीम को हालांकि चोटिल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की कमी खलेगी।
पाकिस्तान के प्रदर्शन में भी पिछले 12 महीने से लगातार सुधार हो रहा है। टीम 10 साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर से चैम्पियन बनने के लिए पूरा जोर लगायेगी।
टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले टीम के शीर्ष तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी के चोटिल होने के कारण गेंदबाजी थोड़ी कमजोर हुई है लेकिन बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान जैसे धाकड़ बल्लेबाज अपने दम पर मैच जिताने की क्षमता रखते है।
अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद नबी की कप्तानी में अफगानिस्तान की टीम उच्च रैंकिंग वाली टीमों को हराने की कोशिश करेगा। टीम ने पिछले साल टी20 विश्व कप में बड़ी टीमों को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके थे। राशिद खान हमेशा की तरह गेंद के साथ उनके तुरुप का इक्का होंगे। टीम बल्लेबाजों से बड़ी पारी की उम्मीद करेगी।
श्रीलंका की टीम ने नये मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड की देखरेख में काफी सुधार किया है। टीम में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। खिलाड़ियों के पास इस टूर्नामेंट से रातों रात स्टार बनने और देश में संघर्ष की स्थिति के बीच लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का इस से अच्छा मौका नहीं होगा।
बांग्लादेश की टीम ने विश्व कप के बाद से सबसे छोटे प्रारूप में संघर्ष किया है। टीम को हालांकि फिर से कप्तान बने शाकिब अल हसन के नेतृत्व बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद होगी। बांग्लादेश ने विश्व कप से पहले श्रीधरन श्रीराम को तकनीकी निदेशक के रूप में टीम से जोड़ा है जो टी20 प्रारूप की कमियों को दूर करने पर ध्यान देंगे।
हांगकांग की टीम भारत और पाकिस्तान के ग्रुप में है। उपमहाद्वीप की दोनों बड़ी टीमों को हांगकांग से सावधान रहना होगा। टीम ने ओमान में आयोजित क्वालीफायर में संयुक्त अरब अमीरात को हराकर चौथी बार एशिया कप के लिए क्वालीफाई किया है।(भाषा)