INDvsPAK तैयब ताहिर की 108 रन की आक्रामक पारी के बाद वामहस्त स्पिनर सूफियान मुकीम (तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन से पाकिस्तान ए ने एमर्जिंग एशिया कप एकदिवसीय टूर्नामेंट के फाइनल में भारत ए को 128 रन से शिकस्त देकर अपने खिताब का बचाव किया।
कल जब यह मुकाबला चल रहा था तो ऐसा लग रहा था कि चैंपियन्स ट्रॉफी 2017 फाइनल वापस से हो रहा हो। उस दिन भी रविवार ही था जब भारत ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को बल्लेबाजी दे दी थी और फिर खेल हाथ से निकल गया था। उस मैच में भी पाकिस्तान ने 300 से ज्यादा रन स्कोर बोर्ड पर रख डाले थे। सोशल मीडिया पर भी फैंस ने इन दोनों मैचों को हूबहू ही माना।
गत चैम्पियन पाकिस्तान ए ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 352 रन बनाने के बाद भारतीय पारी 40 ओवर में 224 रन पर समेट दी।भारत ए के लिए सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने 51 गेंद में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 61 रन बनाये। साई सुदर्शन (28 गेंद में 29 रन) और कप्तान यश धुल (41 गेंद में 39 रन) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे।
पाकिस्तान ए के लिए सूफियान ने 10 ओवर में 66 रन खर्च कर तीन विकेट लिये जिसमें अभिषेक और धुल का विकेट भी शामिल है।टीम के लिए अरशद इकबाल, मेहरान मुमताज और मोहम्मद वसीम ने दो-दो जबकि मुबासिर खान ने एक विकेट चटकाया।
पाकिस्तान ए के लिए ताहिर ने 71 गेंद की पारी में 12 चौके और चार छक्के जड़े। उन्होंने छठे विकेट के लिए मुबासिर खान (47 गेंद में 35 रन) के साथ 126 रन की साझेदारी कर टीम के स्कोर को 300 के पार पहुंचाया।
पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी
बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सईम अयूब (51 गेंद में 59 रन) और साहिबजादा फरहान (62 गेंद में 65 रन) ने 121 रन की साझेदारी कर पाकिस्तान को मजबूत शुरुआत दिलायी। दोनों ने पारी के पहले ओवर से ही आक्रामक रूख अपनाया और भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ आसानी से रन जुटाये।इस साझेदारी को 18वें ओवर में मानव सुथार ने अयूब को विकेट के पीछे जुरेल के हाथों लपकवा कर तोड़ा। अयूब ने अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के जड़े।
विकेटकीपर ने लिया कैच और गेंद हुई नो बॉल
शुरुआत में भारतीय टीम को सईम को आउट करने का बेहतरीन मौका मिला था लेकिन यह गेंद नो बॉल निकल गई। राणा की गेंद पर सईम बल्ले का किनारा लेकर ऊंची उठ गई थी विकेटकीपर जुरेल ने गेंद कैच तो की लेकिन अंपायर ने नो बॉल का इशारा कर दिया।
इस विकेट के बाद भारतीय टीम के रनों पर अंकुश लगा और 13वें ओवर में निकिन जोस (15 गेंद में 11 रन) अंपायर के खराब फैसले से कैच आउट हो गए थे, उनका मानना था कि गेंद उनके कमर पर लगी है लेकिन आवाज के कारण अंपायर ने उंगली उठा दी।
ढह गई भारतीय बल्लेबाजी
अभिषेक और कप्तान यश धुल ने चतुराई से बल्लेबाजी करते हुए 16वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया। इसी ओवर में अभिषेक ने सूफियान मुकीम की गेंद पर एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया।धुल ने इस गेंदबाज के खिलाफ 18वें ओवर में दो चौके जड़ दबाव कम किया। अभिषेक 20वें ओवर में छक्का जड़ने के बाद आउट हो गये। उन्होंने 51 गेंद की पारी में पांच चौका और एक छक्का लगाया।
जरूरी रन गति को कम करने का दबाव भारतीय बल्लेबाजों पर हावी हो रहा था और टीम ने 25वें और 26 वें ओवर में दो रन के अंदर निशांत सिंधू (10 रन) और धुल के विकेट गंवा दिये।ध्रुव जुरेल (12 गेंद में नौ) और रियान पराग (17 गेंद में 24 रन) को मुमताज ने चलता कर भारत की उम्मीदें तोड़ दी।
हार का अंतर रहा 100 रनों से भी ज्यादा
हर्षित राणा (14) ने नौ गेंद की पारी में दो छक्के जड़ कर रोमांच को थोड़ा बढ़ाया लेकिन वह सूफियान का तीसरा शिकार बन गये जिससे 32वें ओवर में टीम का स्कोर आठ विकेट पर 194 रन हो गया।आखिरी के दो विकेट ने 46 रन जोड़कर पाकिस्तान के जीत का इंतजार को बढ़ाया।
इस मैच में भारत को 128 रनों की बड़ी हार मिली। साल 2017 के चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल में भी भारत को 180 रनों की बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। और पूरे ओवर भी टीम इंडिया नहीं खेल पाई थी।