नई दिल्ली। राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) पर से करीब 4 वर्ष बाद शर्तों के साथ हटाए गए निलंबन पर पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को आड़े हाथों लिया है और कहा है कि अधिकारी उनके नाम से भी डरते हैं।
बीसीसीआई ने सोमवार को अपनी विशेष आम बैठक (एसजीएम) में आरसीए पर से लगा निलंबन हटा लिया था। लेकिन बोर्ड ने राजस्थान संघ को निर्देश दिए थे कि वह अपने संचालन से पूर्व अध्यक्ष और पूर्व आईपीएल प्रमुख मोदी को बिल्कुल दूर रखें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आरसीए पर दोबारा से बैन लगाया जा सकता है।
भारतीय बोर्ड के इस फैसले के बाद मोदी ने अपने ट्विटर अकांउट पर कड़े शब्दों में बोर्ड को आड़े हाथों लेते हुए कहा 'वाह, क्या बात है, मैं सात वर्ष से भारत में नहीं हूं लेकिन बीसीसीआई के ये अधिकारी अभी भी मेरे नाम से डरते हैं। ये बेवकूफ लोग उस चीज़ का मज़ा ले रहे हैं, जिसे मैंने भारत में बनाया है। यह जोकर हैं, जिन्होंने अपने जीवन में एक दिन भी काम नहीं किया।'
ललित मोदी पर बीसीसीआई ने वित्तीय अनियमितताएं बरतने के आरोप में आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। पूर्व आईपीएल कमिश्नर पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटकी थी, जिससे बचने के लिए वह देश छोड़कर लंदन भाग गए और पिछले सात वर्षों से वहीं है।
मोदी को बोर्ड ने अप्रैल 2010 में निलंबित किया था। हालांकि मोदी ने अपने बेटे रुचिर मोदी को आरसीए का हिस्सा बनाने की पुरज़ोर कोशिश की थी लेकिन वह राजस्थान अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस नेता सीपी जोशी से हार गए थे।
रुचिर ने भी एक बयान जारी कर बीसीसीआई के फैसले का स्वागत किया। अलवर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रूचिर ने कहा, मुझे उम्मीद है कि बैन हटाए जाने से राजस्थान में आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैचों की वापसी होगी। मैं आरसीए को अपने पूरे समर्थन का भी भरोसा देता हूं। (वार्ता)