नई दिल्ली:भारतीय ऑलराउंडर यूसुफ पठान ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की और कहा कि उनकी जिंदगी की इस पारी को खत्म करने का समय आ गया है। यूसुफ 2007 में शुरूआती टी20 विश्व कप विजेता टीम और घरेलू मैदान पर 2011 वनडे विश्व कप में जीत दर्ज करने वाली टीम का हिस्सा रहे थे।
अड़तीस वर्षीय इस खिलाड़ी ने अपने ट्विटर पर पोस्ट किये बयान में कहा, आज अपनी जिंदगी की इस पारी को खत्म करने का समय आ गया है। मैं खेल के सभी प्रारूपों से आधिकारिक रूप से संन्यास की घोषणा करता हूं।
उन्होंने लिखा, मैं अपने परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों, टीमों, कोचों और पूरे देश का सहयोग और प्यार करने के लिये तहेदिल से शुक्रिया करता हूं।
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान के बड़े भाई यूसुफ ने 57 वनडे खेलकर 113.60 के स्ट्राइक रेट से 810 रन बनाये हैं जिसमें दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं।
उन्होंने 22 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी हिस्सा लिया जिसमें उन्होंने 146.58 के स्ट्राइक रेट से 236 रन बनाये और वह कोलकाता नाइटराइडर्स की इंडियन प्रीमियर लीग में खिताबी जीत का भी हिस्सा रहे। उन्होंने भारत के लिये अपना अंतिम मैच 2012 में खेला था।
यूसुफ ने कहा, मुझे अब भी वह दिन याद है जब मैंने पहली बार भारतीय टीम की जर्सी पहनी थी। मैंने उस दिन सिर्फ जर्सी ही नहीं पहनी थी, बल्कि अपने परिवार, कोच, दोस्तों, पूरे देश और अपनी खुद की उम्मीदें अपने कंधों पर ली थीं।
उन्होंने कहा, भारत के लिये दो विश्व कप जीतना और सचिन तेंदुलकर को अपने कंधों पर उठाना मेरे करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से कुछ हैं। मैंने एम एस धोनी की कप्तानी में अपना अंतरराष्ट्रीय, शेन वार्न के नेतृत्व में आईपीएल और जैकब मार्टिन की कप्तानी में रणजी पर्दापण किया। मुझ पर भरोसा करने के लिये उनका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। वह पिछले दो सत्र से आईपीएल की खिलाड़ियों की नीलामी में बिक नहीं पाये थे।
यूसुफ पठान ने हाल ही मेंशुरू की थी क्रिकेट अकादमी
पूर्व भारतीय आलराउंडर यूसुफ पठान ने हाल ही में क्रिकेट अकादमी आफ पठांस (सीएपी) के 26वें केंद्र का उद्घाटन किया था जिसका लक्ष्य शहर के उभरते हुए क्रिकेटरों को विश्व स्तरीय कोचिंग मुहैया कराना है। इस मौके पर यूसुफ ने ट्रेनी खिलाड़ियों से बात की और हैदराबाद में क्रिकेट खेलने का अपना अनुभव साझा किया था।
सीएपी के निदेशक यूसुफ ने कहा, क्रिकेट अकादमी आफ पठांस का लक्ष्य विश्व स्तरीय क्रिकेट कोचिंग और सर्वश्रेष्ठ संभव बुनियादी ढांचा मुहैया कराना है जिससे कि देश के उभरते हुए क्रिकेटरों की मदद की जा सके।
सीएपी के प्रबंध निदेशक हरमीत वासुदेव ने कहा कि उनकी योजना साल के अंत तक 25 और शहरों में अकादमी शुरू करने की है।(भाषा)