होशंगाबाद। मौसमी मानसून भले ही पूरे प्रदेश में ना पहुंचा हो लेकिन चुनावी मानसून धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में छाने लगा है। प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनीतिक पार्टियां अपनी कमर कसती दिखाई दे रही हैं। इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह मंगलवार को होशंगाबाद पहुंचे।
दिग्गी राजा के यहां पहुंचने से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गईं। कई नए-नए समीकरणों के कयास लगाए जाने लगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनके साथ सहभोज किया, वहीं भाजपानीत शासन की जमकर बखिया उधेड़ी।
अवैध रेत उत्खनन के लिए उन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को ज़िम्मेदार ठहराया। गौरतलब है कि होशंगाबाद नगर रेत उत्खनन को लेकर खासा चर्चा में रहता है। यहां अवैध रेत उत्खनन को लेकर हमेशा ही राजनीतिक खींचतान मची रहती है। जिला प्रशासन व पुलिस की सख़्ती के बावजूद यहां रेत का अवैध उत्खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
इसके पीछे मुख्य कारण इन रेत खदानों प्रभावशाली एवं राजनैतिक रसूखदारों के नाम पर आवंटित होना है। आगामी विधानसभा चुनाव में अवैध रेत उत्खनन का मुद्दा होशंगाबाद विधानसभा सीट पर अपना प्रभाव दिखा सकता है। कांग्रेस इस मुद्दे को अपने लिए संजीवनी मानकर चल रही है इसी के चलते दिग्विजय सिंह ने रेत के अवैध उत्खनन को लेकर जिला कलेक्टर प्रियंका दास से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा और 15 दिनों के अन्दर रेत माफ़ियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा। पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ भोजन करते समय उन्हें एकजुटता की शपथ भी दिलाई।
दिग्गी राजा से मिले पूर्व विधायक शर्मा : एक ओर दिग्विजय के नगर आगमन से जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में जोश का माहौल था वहीं भाजपा के स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं की नज़र भाजपा से निष्कासित चल रहे पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा की गतिविधियों पर लगी रही।
पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने सिंह से मुलाकात कर उनके साथ भोजन किया। इस मुलाकात को लेकर नगर में तरह-तरह कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व विधायक आने वाले विधानसभा चुनावों में कोई महती भूमिका अदा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि गिरिजाशंकर शर्मा आए दिन प्रदेश की भाजपा सरकार को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते रहते हैं। भाजपा सरकार को घेरते हुए पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने मुख्यमंत्री के गांव जैत पहुंचकर नर्मदा सेवा सत्याग्रह कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। उनके इस मेल-मिलाप के कारण विधानसभा अध्यक्ष की स्थिति 'किंकर्तव्यविमूढ़' की बनी हुई है। इस राजनीतिक खींचतान के बीच यह देखना रोचक होगा कि आने वाले विस चुनावों में होशंगाबाद सीट से भाजपा किस चेहरे पर अपना दांव लगाती है।