बॉलीवुड में 5 लाख लोग रजिस्टर्ड हैं, क्या सभी मोदी के खिलाफ हैं : विवेक अग्निहोत्री

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेएनयू में जाने के बाद एक बार फिर से जेएनयू बहस के केंद्र में है, कोई इसे पब्‍लिसिटी स्‍टंट कह रहा है तो कोई फिल्‍म प्रमोशन का तरीका। दीपिका के इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही है। हालांकि बॉलीवुड में ही कुछ लोगों ने दीपिका को आड़े हाथों लिया है। इसमें सबसे मुखर होकर बॉलीवुड फिल्‍ममेकर विवेक अग्‍निहोत्री सामने आए हैं।

एक न्‍यूज चैनल को दिए इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा कि यह कहना बिल्‍कुल गलत है कि देश में जो कुछ भी चल रहा है उसमें पूरा बॉलीवुड का समर्थन है या वो दो धड़ों में बंट गया है। उन्‍होंने कहा कि पिछले कई सालों से वही फरहान अख्‍तर, अनुराग कश्‍यप, विशाल भारद्वाज, स्‍वरा भास्‍कर, तापसी पन्‍नू और सुधीर मिश्रा इस तरह की गतिविधियों में भाग ले रहे हैं, वे लगातार सरकार की नीतियों के खिलाफ बोल रहे हैं, इसमें इनके सिवाए कोई नया अभिनेता या डायरेक्‍टर शामिल नहीं होता है। ऐसे में यह कहना बिल्‍कुल गलत है कि पूरा बॉलीवुड इसमें शामिल है।

दीपिका सिर्फ एक कठपुतली बन गई
विवेक अग्‍निहोत्री ने कहा कि बॉलीवुड में 5 लाख लोग रजिस्‍टर्ड हैं, कई हजार लोग बाहर भी हैं, वो तो शामिल नहीं हुए किसी प्रोटेस्‍ट में या विरोध में। जहां तक दीपिका पादुकोण के जेएनयू में जाकर छात्रों के समर्थन में खड़े होने का सवाल है तो यह देखना होगा कि उनके पीछे कौन है, क्‍योंकि वो तो सिर्फ एक कठपुतली बनकर रह गई हैं। अग्‍निहोत्री ने कहा कि कश्‍मीर मामले में बॉलीवुड के यही चार-छह लोग प्रोटेस्‍ट करने आए थे, एनआरसी में यही लोग थे, 99.9 प्रतिशत बॉलीवुड इंडिया को सपोर्ट करता है, देश को सपोर्ट करता है। कम्‍युनिज्‍म सपोर्टिंग नहीं है।


क्‍या बॉलीवुड के सारे लोग कन्‍हैया को सपोर्ट करते हैं, क्‍या बॉलीवुड के सारे लोग एनआरसी या सीएए के खिलाफ है। अगर दीपिका अपने दिमाग से उन्‍हें सपोर्ट करने गई थी, तो मैं दीपिका से कहूंगा कि क्‍या वो अमेरिका में भी किसी कम्‍युनिस्‍ट को सपोर्ट करने जा सकती है। और अगर वे किसी और के कहने पर गई थी तो उन्‍हें माफ कर देना चाहिए, किनारे कर देना चाहिए उनका कोई अस्‍तित्‍व ही नहीं है। उन्‍होंने कहा कि दरअसल यह पाकिस्‍तान का गेम प्‍लान है, वो भारत को ‘हिंदू टेरेरिस्‍ट नेशन साबित करना चाहता है और कन्‍हैया जैसे लोग उनके लिए काम कर रहे हैं, कन्‍हैया जैसे लोग वेल मैनेज्‍ड हैं, फंडिग की जा रही है उन्‍हें। इनके बीच आम स्‍टूडेंट भी फंस गए हैं।

यही चार लोग और उनका नेक्‍सेस इनटॉलरेंस में आगे आया था, अवार्ड वापसी की, मुस्‍लिम खतरे में यह कहा जा रहा था, चर्च पर अटैक की झूठी खबरें इन्‍होंने फैलाई। बीफ, लिंचिंग में ये आगे आए, रोहित वेमुला में इन्‍हीं ने प्रोटेस्‍ट किया, आजादी-बर्बादी में आए, 370 में विरोध किया। इस सारे कामों में ये फेल हो गए। भारत को बदनाम करने का काम कर रहे हैं ये सब। देश के खिलाफ एक नरेटिव बनाया जा रहा है।

जूही चावला ने की पीएम मोदी की तारीफ
इधर बॉलीवुड एक्ट्रेस जूही चावला ने सीएए का समर्थन किया। दरअसल जूही चावला मुंबई में 'फ्री कश्मीर प्लेकार्ड प्रोटेस्ट' में शिरकत करने गईं थी। यहां वीर सावरकर स्मारक पर उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस प्रोटेस्ट में जूही के साथ एक्टर दिलिप ताहिल, बीजेपी नेता सुधीर मुंगतिवार और गोपाल शेट्टी भी दिखाई दिए।

जूही चावला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "यहां मौजूद लोगों में से कितने लोग हैं जिन्होंने पिछले पांच सालों एक भी छुट्टी नहीं ली हो। सिर्फ एक इंसान है जिसने पिछले पांच सालों में एक भी छुट्टी नहीं ली है वो हैं हमारे प्रधानमंत्री। मैं किसी पार्टी या पॉलिटिक्स की बात नहीं कर रही हूं, मैं एक इंसान की बात कर रही हूं जो हमारे प्रधानमंत्री हैं। वो हर दिन हमारे देश को आगे बढ़ाने की बात करते हैं, वो हर रोज यही सोचते हैं कि आज देश के लिए क्या करना है। उन्‍होंने कहा, एनआरसी को लेकर सभी लोग सरकार को इतनी जल्दी गलत क्यों ठहरा रहे हैं?" एक्टर दिलीप ताहिल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, जेएनयू में चल रही समस्याएं नागरिकता कानून से ही जुड़ी हैं। छात्रों का यूनिवर्सिटी में प्रोटेस्ट स्क्रिप्ट का हिस्सा है और पूरी तरह से प्लांड है।

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