शादी के बाद जिंदगी की असली कहानी शुरू होती है, पहले कुछ वर्ष सपनों से बीत जाने के बाद गृहस्थी का मजा शुरू होता है, जिसमे बहस, लड़ाई, रूठना-मनाना, अपने-अपने अहंकारों के खोलो से बाहर आते हुए व्यक्तित्व, बच्चों का लालन पालन, गृहस्थी का सफल संचालन इन्हीं सूत्रों को पिरो कर माला का रूप धारण करता है।