अदालत ने की 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले की सुनवाई स्थगित
बुधवार, 25 अक्टूबर 2017 (17:20 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने 2जी स्पेक्ट्रम मामलों की सुनवाई को बुधवार को स्थगित कर दिया। इस मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी भी आरोपी हैं।
2जी स्पेक्ट्रम घोटाले से संबंधित मुकदमों की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चन्द्रा और बॉलीवुड प्रोड्यूसर करीम मोरानी के खिलाफ भी प्रोडक्शन वारंट जारी किए। दूसरे मामलों में न्यायिक हिरासत में होने के कारण ये अदालत में मौजूद नहीं थे।
रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामलों के संबंध में चंद्रा तिहाड़ जेल में बंद है जबकि मोरानी कथित रूप बलात्कार के एक मामले में हैदराबाद जेल में बंद हैं। इस मामले के अन्य आरोपी अदालत में मौजूद रहे।
सीबीआई द्वारा दायर 2 और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर 1 मामले की सुनवाई कर रही अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 7 नवंबर की तारीख तय की और उसी दिन वह फैसला सुनाने की तारीख पर निर्णय कर सकती है।
सीबीआई द्वारा दायर पहले मामले में जिन लोगों पर मुकदमा चलाया गया है उनमें पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकॉम प्रोमोटर्स शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी चन्द्रा और रिलायंस अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप के 3 शीर्ष कार्यकारी गौतम दोशी, सुरेन्द्र पिपारा और हरि नायर के साथ-साथ राजा और कनिमोझी शामिल हैं।
कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निर्देशक शरद कुमार और करीम मोरानी भी इस मामले में आरोपी हैं। इन 14 के अलावा 3 दूरसंचार कंपनियां स्वान टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड (एसटीपीएल), रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड और यूनिटेक वायरलैस (तमिलनाडु) लिमिटेड पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है।
सीबीआई के दूसरे मामले में एस्सार समूह के प्रोमोटर्स रवि रुइया और अंशुमन रुइया, लूप टेलीकॉम के प्रोमोटर्स किरन खेतान, उसके पति आईपी खेतान और एस्सार समूह के निदेशक (रणनीति एवं योजना) विकास सराफ मुकदमे का सामना कर रहे हैं। 3 कंपनियां लूप टेलीकॉम लिमिटेड, लूप मोबाइल इंडिया लिमिटेड और एस्सार टेलीहोल्डिंग लिमिटेड के नाम भी आरोप पत्र में शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने घोटाले के संबंध में धनशोधन से जुड़े मामले में अप्रैल 2014 में 19 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था जिनमें राजा, कनिमोझी, शाहिद बलवा, विनोद गोयनका, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, करीम मोरानी और शरद कुमार भी शामिल हैं। (भाषा)