जम्मू। देर रात कुलगाम में हुई मुठभेड़ में मारा गया आतंकी पाकिस्तानी नागरिक निकला है। इस तरह से इस साल के पहले 13 दिनों में मारे गए 14 आतंकियों में से 7 पाकिस्तानी नागरिक थे। इस कामयाबी पर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह फुले नहीं समा रहे।
उन्होंने बताया कि कुलगाम मुठभेड़ में देर रात जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों को एक बहुत बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी। सुरक्षाबलों को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई को मार गिराने में सफलता मिली थी। बाबर वर्ष 2018 से शोपियां-कुलगाम क्षेत्र में आतंकवादी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
कश्मीर जोन के आईजी के विजय कुमार ने इंटरनेट मीडिया पर जानकारी दी कि पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई जो जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से संबंधित था को ढेर कर दिया गया है। बाबर वर्ष 2018 से कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसके कब्जे से एक एके राइफल, एक पिस्तौल और दो हथगोले बरामद हुए हैं। इस मुठभेड़ में जम्मू के नगरोटा का रहने वाला पुलिसकर्मी रोहित चिब भी शहीद हो गया था।
इस बीच पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि इस साल अब तक 8 कामयाब ऑपरेशन किए गए हैं। इनमें 14 आतंकियों का सफाया किया गया है। मारे गए आतंकियों में 7 पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं। 2021 में जिस तरह बड़ी तादाद में आतंकियों का सफाया किया गया, उसी तरह 2022 में भी जवान डटकर आतंकियों का मुकाबला करते रहेंगे।
उनका दावा था कि आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को मिल रही इस सफलता का कारण लोगों के बीच से आ रहीं खुफियां सूचनाएं हैं। पुष्ट सूचनाओं के कारण सुरक्षाबलों को जबरदस्त सफलता मिली है। हाल ही में आईजी कश्मीर विजय कुमार ने स्वीकार किया था कि मजबूत इनपुट के कारण आतंकियों को काफी नुकसान हुआ है। हमारे पास आने वाली सूचनाओं में 80 फीसदी मानवीय सूचनाएं हैं।
वैसे आज की मुठभेड़ कुलगाम में इस महीने यह तीसरी मुठभेड़ है। इससे पहले चार जनवरी को जिले के ओके इलाके में टीआरएफ के दो आतंकियों को मार गिराया गया था। नौ जनवरी को हसनपोरा गांव में रातभर चली मुठभेड़ में अल-बद्र के दो आतंकियों का सफाया किया गया था। बुधवार को तीसरी मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी को ढेर करने में सफलता मिली है। इस प्रकार जिले में तीन मुठभेड़ों में पांच आतंकियों का सफाया करने में सफलता मिली है।