दोनों आतंकवादियों को एनएसजी कमांडो ने मार गिराया था। अधिकारियों के अनुसार आतंकवादी समूह लश्करे तैयबा का कथित आतंकवादी भट हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर भाग गया था। एटीएस के अनुसार भट ने मंदिर पर हमले का षड्यंत्र रचने में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी और उन अन्य आरोपियों सहित सभी को एके-47 राइफल सहित अन्य हथियार एवं गोली-बारुद मुहैया कराए थे, जो उत्तरप्रदेश से अहमदाबाद ट्रेन से आए थे।